उदयपुर

Udaipur: हांफते विद्युत वितरण तंत्र को संजीवनी देंगे 20 नए जीएसएस, लेकसिटी को पावर कट से मिलेगी राहत

उदयपुर में शहरी विद्युत वितरण तंत्र को मजबूत बनाने के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम 20 नए जीएसएस का निर्माण कराएगा। जीएसएस निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपए लागत आएगी जिसमें 33 केवी के 20 नए जीएसएस स्थापित किए जाएंगे।

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उदयपुर में 20 नए जीएसएस का निर्माण, पत्रिका फोटो

Rajasthan: उदयपुर में शहरी विद्युत वितरण तंत्र को मजबूत बनाने के लिए अजमेर विद्युत वितरण निगम 20 नए जीएसएस का निर्माण कराएगा। जीएसएस निर्माण पर करीब 100 करोड़ रुपए लागत आएगी जिसमें 33 केवी के 20 नए जीएसएस स्थापित किए जाएंगे। फिलहाल प्रोजेक्ट के पहले चरण में 5 जीएसएस बनाए जाएंगे। वहीं दूसरे चरण में 10 और तीसरे में 5 नए जीएसएस निर्माण की कार्य योजना का खाका तैयार है। पहले चरण के पांचों जीएसएस के लिए उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) भूखंड उपलब्ध कराएगा और आगामी एक साल में उदयपुर शहर के बाशिंदों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

घासा में प्रस्तावित 440 केवी क्षमता का जीएसएस

घासा में 440 केवी का जीएसएस निर्माण का काम शुरू हो गया है। जीएसएस तैयार होने के बाद अन्य तीनों फीडर पर विद्युत भार कम हो सकेगा। घासा स्थित 440 केवी जीएसएस से सीधी सप्लाई होगी। रावतभाटा से देबारी आने वाली 200 केवी लाइन से शहर सहित जिले में बिजली आपूर्ति होती है। इसी फीडर से बांसवाड़ा-डूंगरपुर-आसपुर में भी सप्लाई होती है। ऐसे में इस फीडर पर विद्युत भार हमेशा ओवरलोड रहता है। दूसरी सप्लाई 220 केवी कांकरोली-अंबेरी लाइन और तीसरी सप्लाई 220 केवी क्षमता की मादड़ी लाइन से होती है। यह दोनों लाइनें ओवरलोड रहने से ट्रिपिंग और बिजली गुल रहने की शिकायतें बढ़ती हैं।

कलक्टर ने भेजा प्रस्ताव

पांचों जीएसएस स्थापना के लिए उदयपुर जिला कलक्टर ने सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। यूडीए के अनुसार नए जीएसएस स्थापित करने के लिए सीसारमा, लाल बोट चौराहा बेदला, मीरा नगर भुवाणा, टाइगर हिल बड़गांव और धोल की पाटी में भूखंड आवंटन को लेकर कार्रवाई शुरू की गई है। एवीवीएनएल की सूचना के अनुसार पांचों जीएसएस के लिए सरकार से अनुमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

5-5 करोड़ से बनेंगे जीएसएस

उदयपुर में वर्तमान में 36 जीएसएस संचालित हैं। 20 नए जीएसएस स्थापित होने के बाद इनकी संख्या 56 हो जाएगी। प्रत्येक जीएसएस को स्थापित करने में औसत 5-5 करोड़ रुपए की लागत आएगी। शहर के किसी भी क्षेत्र में एक जीएसएस से विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर फीडर बायपास कर दूसरे जीएसएस से आपूर्ति शुरू हो सकेगी। जिससे शहरवासियों को बार-बार बिजली गुल की शिकायतों से राहत मिलेगी। उदयपुर शहर में वर्तमान में 50 लाख यूनिट और जिला स्तर पर रोजाना एक करोड़ यूनिट बिजली की खपत का आंकड़ा दर्ज हो रहा है।

Published on:
11 Jun 2025 08:45 am
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