'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय' ये कहावत तो आपने खूब सुनी होगी। लेकिन, इसका जीता जागता उदाहदण राजस्थान के उदयपुर में उस वक्त देखने को मिला।
उदयपुर। 'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय' ये कहावत तो आपने खूब सुनी होगी। लेकिन, इसका जीता जागता उदाहदण राजस्थान के उदयपुर में उस वक्त देखने को मिला। जब एक मानसिक विक्षिप्त युवक पटरियों पर जाकर सो गया। उसके ऊपर से वीर भूमि एक्सप्रेस के दो कोच गुजर गए। लेकिन, युवक के एक खरोंच तक नहीं आई। जिसने भी यह सुना हर कोई हैरान हो गया।
दरअसल, इंदौर से असारवा चलने वाली वीर भूमि एक्सप्रेस शनिवार सुबह 4.10 बजे उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान क्रॉसिंग पर एक युवक पटरियों के बीच में सोया हुआ था।
लोको पायलट ने युवक को काफी देर बाद देखा और ब्रेक लगाए। ट्रेन के पूरी तरह रूकने से पहले ही दो कोच युवक के ऊपर से गुजर गए। इसके बाद रेलवे कर्मचारियों और आरपीएफ की टीम ने युवक को बाहर निकाला।
आरपीएफ के एएसआई विकास ने बताया कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था। काफी पूछताछ के बाद भी वह ज्यादा कुछ नहीं बता सका। उसके पास से उसके पिताजी के फोन नंबर मिले। ऐसे में उनको संपर्क किया। उन्होंने बताया कि युवक टेकरी निवासी नीरज गुप्ता है, जो मानसिक रूप से विक्षिप्त है और दो दिन से परिजन उसे ढूंढ रहे थे। पिताजी को पाबंद कर युवक को उनके साथ भेजा गया।