उदयपुर

उदयपुर में पीएम श्री स्कूल का छज्जा गिरने से 1 बालिका की मौत, एक अन्य की स्थिति गंभीर

उदयपुर जिले में निर्माणाधीन स्कूल का छज्जा गिरने से एक बालिका की मौत और एक घायल हो गई। मलबे में दबे बच्चों को ग्रामीणों ने बाहर निकाला।

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Aug 15, 2025
Udaipur school accident (Patrika Photo)

उदयपुर: कोटड़ा उपखंड क्षेत्र के पाथरपाड़ी गांव में शुक्रवार सुबह ग्राम पंचायत पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के बाद निर्माणाधीन पीएम श्री स्कूल के पास खेल रही दो बालिकाओं पर स्कूल का छज्जा गिरने से गऊ पिपला निवासी मोदी पुत्री श्यामा उम्र 12 वर्ष की नीचे दबने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, पायल पुत्री राकेश उम्र 11 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई।


हादसे की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से घायल पायल को कोटड़ा हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से डॉक्टरों ने उसे उदयपुर हॉस्पिटल रेफर कर दिया। लेकिन लंबी दूरी होने के कारण परिजन नजदीकी गुजरात हॉस्पिटल लेकर रवाना हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही कोटड़ा उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार, पुलिस उप अधीक्षक राजेंद्र सिंह, सीबीओ विजय लक्ष्मी, कोटड़ा प्रधान सुगना देवी खैर, तहसीलदार लालाराम मीणा सहित जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।


अचानक गिरा भवन का छज्जा


ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, मृत बालिका मोदी गऊ पिपला की रहने वाली थी और अपने ननिहाल पाथरपाड़ी में मामा के यहां आई हुई थी। जो ग्राम पंचायत में पंद्रह अगस्त का सांस्कृतिक कार्यक्रम देखकर पास ही निर्माणाधीन सीनियर सेकेंडरी पीएम श्री स्कूल भवन के नीचे मोदी और पायल दोनों खेल रही थी कि अचानक भवन का छज्जा गिर पड़ा।


मुआवजे पर अड़े ग्रामीण


बालिका मोदी की मौत के बाद ग्रामीणों ने विरोध जताया और मौके से शव उठाने पर इनकार कर दिया। वहीं, बालिका के पिता गुजरात के पालनपुर में मजदूरी कर रहे थे। इस वजह से उनके आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

पीएम श्री स्कूल में ठेकेदार का घटिया निर्माण


पाथरपाड़ी के स्थानीय ग्रामीणों ने हाल ही नवीन स्वीकृत सीनियर सेकेंडरी पीएम श्री स्कूल में ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण को लेकर पहले ही विरोध जताया था। लेकिन ठेकेदार की जिद की वजह से आज एक बालिका की मौत हो गई।


स्थानीय ग्रामीण मीनाराम लखुबरा ने बताया कि स्कूल भवन में ठेकेदार को घटिया निर्माण सामग्री उपयोग में नहीं लेने की बात कही थी। तब ठेकेदार ग्रामीणों को मौके पर जाने के बाद झगड़ा कर उन्हें भगा देता था। बने हुए भवन पर संदेश है, वह कभी भी ढह सकता है।

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Updated on:
21 Aug 2025 11:38 am
Published on:
15 Aug 2025 11:17 am
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