Rajasthan News: उदयपुर जिले के खेरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सांसद मन्नालाल रावत के एक उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचने पर युवा कांग्रेस नेता रवि भावा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
Rajasthan News: उदयपुर जिले के खेरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के नयागांव ब्लॉक में सांसद मन्नालाल रावत के एक उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचने पर युवा कांग्रेस नेता रवि भावा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर सांसद के खिलाफ नारेबाजी की और उनके इस्तीफे की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान रवि भावा ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल में हुए विकास कार्यों का श्रेय लेने और राष्ट्रीय राजमार्ग 927ए के अधूरे कार्य को लेकर जनता की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया। इस प्रदर्शन के बाद मंच पर सांसद व युवा नेता के बीच बहस भी देखने को मिली।
युवा कांग्रेस नेता रवि भावा ने सांसद मन्नालाल रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास स्वयं की कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद कांग्रेस शासनकाल में हुए विकास कार्यों का उद्घाटन कर उनका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। भावा ने कहा कि खेरवाड़ा की जनता पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय राजमार्ग 927ए के अधूरे कार्यों से परेशान है। यह राजमार्ग क्षेत्र के विकास और आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन सांसद ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया।
उन्होंने सांसद को 'आदिवासी विरोधी' करार देते हुए मांग की कि वे तत्काल इस राजमार्ग का कार्य पूरा करवाएं, ताकि स्थानीय जनता को राहत मिल सके।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और मन्नालाल रावत इस्तीफा दो जैसे नारे लगाए। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सांसद ने जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्ग 927ए के कार्य को पूरा नहीं करवाया तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। नयागांव ब्लॉक में हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और युवा शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि सांसद क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को हल करने में विफल रहे हैं और केवल दिखावे के लिए उद्घाटन समारोहों में हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान रवि भावा ने सांसद से सीधे सवाल किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में खेरवाड़ा के लिए क्या ठोस कदम उठाए हैं। जवाब में सांसद ने अपनी उपलब्धियों को बताने की कोशिश की, लेकिन हंगामे के चलते उनकी बात दब गई।