Ujjain- वीकेंड में उमड़े लाखों टूरिस्ट, हजारों वाहनों के कारण बिगड़ रहीं व्यवस्थाएं
Ujjain- सन 2025 विदाई की बेला में है और 2026 का साल हमारी चौखट पर आ चुका है। ऐसे में हर कोई मस्ती मूड में है। लोग घूमने के लिए निकल पड़े हैं। भक्ति भावना बढ़ने की वजह से धर्मस्थलों पर भी टूरिस्ट की भीड़ लग रही है। ऐसे में महाकाल की नगरी उज्जैन में तो पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही है। बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। हाल ये है कि पिछले 3 दिनों में यहां 5.50 लाख लोग पहुंच चुके हैं। रविवार को भी महाकाल मंदिर भक्तों से पटा रहा। न्यू इयर के अवसर पर यहां करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन एक्शन मोड में आ चुका है।
उज्जैन के सीएसपी राहुल देशमुख ने बताया कि यहां सामान्य दिनों में रोज 6 से 8 हजार बाहरी वाहन आते हैं, जबकि
विशेष तिथियों और नववर्ष के दौरान यह संख्या 10 हजार से अधिक तक पहुंच रही है। इसे देखते हुए मंदिर समिति ने 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक दर्शन व्यवस्था में अस्थायी बदलाव किए हैं। प्रशासन का कहना है कि भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए लगातार निगरानी की जा रही है
लगातार बढ़ती भीड़ और यातायात जाम को देखते हुए उज्जैन पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तरह एशन मोड में आ गया है। मंदिर क्षेत्र में बेतरतीब खड़े वाहनों पर सख्ती की जा रही है। कई वाहनों के पहियों की हवा निकाली गई, वहीं अनेक पर
चालानी कार्रवाई भी की गई। पुलिस बीते तीन दिनों से कोट मोहल्ला, महाकाल घाटी और गेट नंबर-4 तक विशेष अभियान चलाकर अस्थायी अतिक्रमण और अवैध पार्किंग हटवा रही है।
नववर्ष के स्वागत और बाबा महाकाल दर्शन की आस्था ने उज्जैन को एक बार फिर आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित कर दिया है। बीते तीन दिनों में 5.50 लाख से अधिक श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए यहां आ चुके हैं। अनुमान है कि न्यू इयर के अवसर पर करीब 10 लाख श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे। शनिवार और रविवार को वीकेंड तथा नववर्ष के संयोग के चलते रिकॉर्ड भीड़ उमड़ी, जिससे न केवल मंदिर परिसर बल्कि पूरे शहर की यातायात व्यवस्था पर भारी दबाव बना।
बाबा के दर्शन में सबसे अधिक अव्यवस्था 250 रुपए वाले शीघ्र दर्शन श्रेणी में दिखी। श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बढऩे से कुछ समय के लिए स्थिति बिगड़ गई। बाद में प्रबंध समिति ने व्यवस्था बनाई।