President of India: राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एमपी के दौरे पर हैं, आज उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने वाली वे देश की 10वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। इनसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्नी और बेटी के साथ किए थे महाकाल के दर्शन
President of India in Ujjain: दो दिवसीय दौरे पर एमपी पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज 19 सितंबर बुधवार की सुबह महाकाल की शरण में पहुंचीं। राष्ट्रपति के आगमन पर झांझ और डमरू बजाकर उनका स्वागत किया गया। महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंची मुर्मु इस दौरान मंदिर में सफाई करती भी नजर आईं।
बता दें कि इस दौरान महाकाल मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया। पूरा आंगन फूलों की खुशबू से महकता रहा।
महाकाल मंदिर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के गर्भगृह में दर्शन किए, पूजन किया और महाकाल का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने स्वच्छता मित्रों को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि मैं स्वच्छता मित्रों को सभी देशवासियों की ओर से धन्यवाद देती हूं। आपकी ही वजह से यह स्वच्छता अभियान व्यापक हुआ है।
महाकाल मंदिर में चढ़ने वाले फूलों की रिसाइक्लिंग कर तैयार की जाने वाली अगरबत्ती, धूप बत्ती और अन्य पूजन सामग्री बनाने वाली ईकोनिर्मित कंपनी से मेकिंग प्रोसेस जाना। इस दौरान कंपनी ने राष्ट्रपति को इस सामग्री का एक पैकेट उपहार में दिया। ईकोनिर्मित कंपनी कर्मचारी से बात करते हुए राष्ट्रपति ने पूछा कि उन्हें कितना वेतन मिलता है।
स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंदिर परिसर में झाड़ू लगाकर सफाई भी की। इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उनके साथ महाकाल मंदिर में झाड़ू लगाकर सफाई करते नजर आए।
स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अवसर पर राष्ट्रपति ने स्वच्छता मित्रों का सम्मान किया। उनसे बातचीत की। वहीं इस दौरान लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू उज्जैन आने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल, केआर नारायणन, शंकरदयाल शर्मा, आर वेंकटरमन, ज्ञानी जेल सिंह, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डा. राजेन्द्र प्रसाद भी उज्जैन आ चुके हैं और देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का आशीर्वाद ले चुके हैं।
बता दें कि ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दर्शन की इच्छा और अखिल भारतीय कालिदास समारोह की ख्याति ने राष्ट्रपतियों को उज्जैन की ओर आकर्षित किया। यही कारण है कि जब भी देश के महामहिम उज्जैन या ग्वालियर के कालिदास समारोह में पहुंचे तो महाकाल दर्शन करने जरूर पहुंचे।
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राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से पहले 29 मई 2022 में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द उज्जैन आए थे। इस दौरान उनके साथ पत्नी सविता और बेटी स्वाति भी महाकाल दर्शन करने पहुंची थीं।