Government Job : महाकाल की नगरी के प्रमुख मंदिरों में निजी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा आए दिन श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार और मारपीट की शिकायतों को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस व्यवस्था में बदलाव करने का फैसला किया है।
Government Job :मध्य प्रदेश में स्तित महाकाल की नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर और कालभैरव मंदिर समेत विशेष मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात निजी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा आए दिन श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार और मारपीट करने मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में देश ही नहीं बल्कि विदेशी श्रद्धालुओं को भी खासा अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर की साख खराब होती है। इसी को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने सुरक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की तैयारी करते हुए मंदिरों की सुरक्षा के लिए होमगार्ड जवानों की भर्ती करने का ऐलान किया है।
सीएम की घोषणा के बाद 3 नई कंपनियों के लिए 540 जवानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गृह विभाग ने प्रतिवेदन मांगा है। इसके अलावा शिप्रा नदी पर आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए भी जवानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ साथ महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था भी अब जल्दी ही होमगार्ड के जवानों के हाथों में रहेगी।
इस संबंध में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा घोषणा के बाद गृह विभाग ने उज्जैन के होमगार्ड अधिकारियों से प्रतिवेदन मांगा है। होमगार्ड के जिला सेनानी संतोष कुमार जाट का कहना है कि मौजूदा समय में निजी सुरक्षा कंपनी के 700 कर्मचारी संबंदित स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हैं। लेकिन, जल्द ही इनके स्थान पर नई तैनाती की जाएगी।
होमगार्ड की तीन कंपनियां महाकाल की दर्शन व्यवस्था, भस्म आरती व्यवस्था, सभी द्वारों के साथ साथ प्रोटोकाल व्यवस्था संभालेंगी। एक कंपनी में 180 जवानों की भर्ती होगी। इनमें से एक कंपनी कंमाडर, प्लाटून कमांडर समेत 15 अधिकारी और 170 जवान शामिल रहते हैं।
तीन कंपनियों में कुल 540 जवान रहेंगे। महाकाल मंदिर के अलावा काल भैरव मंदिर पर 50, मंगलनाथ मंदिर पर 30, चिंतामन मंदिर पर 12 तथा शनि मंदिर त्रिवेदी पर भी 15 जवानों को तैनात किया जाएगा। यह जवान स्थाई रूप से मंदिर की सुरक्षा के लिए ही भर्ती किए जाएंगे।
इसके अलावा शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों जिसमें रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, सिद्ध आश्रम घाट, रविदास घाट, सुनहरी घाट समेत अन्य पर भी शिप्रा नदी में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहती है। उनकी सुरक्षा की व्यवस्था के लिए भी एक कंपनी अलग से तैनात रहेगी। मौजूदा समय में 40 जवान 8-8 घंटे की शिफ्ट के हिसाब से यहां तैनात रहते हैं।