Ujjain Mahakal: 1.60 करोड़ से विद्युत पोल, जगमग लाइटिंग लगेगी, लगेंगे शिव के प्रतीक, गुजरात की कंपनी ने शुरू किया काम
महाकाल की नगरी में आने वाले श्रद्धालुओं को अब हरिफाटक ब्रिज से आभास हो जाएगा कि बाबा महाकाल की नगरी में आ गए हैं। ऐसा मंदिर पहुंच के प्रमुख हरिफाटक ब्रिज पर शंख, डमरू और त्रिशूल लगे डेकोरेटिव विद्युत पोल लगने से होगा। इन पर आकर्षक लाइटिंग भी की जाएगी।
स्मार्ट सिटी कंपनी (Smart City Company) की ओर से इंदौर रोड पर महामृत्युंजय द्वार से लेकर हरिफाटक ब्रिज की चारों भुजाओं पर 1.60 करोड़ रुपए से डेकोरेटिव विद्युत पोल लगाए जा रहे हैं। गुजरात की गायत्री इलेक्ट्रिक कंपनी को टेंडर भी हो चुके हैं। कंपनी की ओर से सर्वे का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके तहत पहले चरण में हरिफाटक ब्रिज की चारों भुजाओं पर 128 आकर्षक लगेंगे। इसमें एक भुजा पर रेलवे स्टेशन तक डेकारेटिव पोल लगाए जाऐंगे। इन पोल पर डमरू, शंख व त्रिशूल की आकृति होगी।
इसके साथ ही ब्रिज पर अंडरग्राउंड वायरिंग हो जाएगी। दरअसल श्री महाकाल लोक निर्माण के बाद हरिफाटक ब्रिज पर लाइटिंग पुरानी होने से ब्रिज पर अंधेरा रहता है और आभास ही नहीं होता कि पास ही में श्री महाकाल लोक है। लिहाजा ब्रिज का सौंदर्यीकरण हो रहा है।
स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से पहले फेस में हरिफाटक ब्रिज पर डेकोरेटिव विद्युत पोल लगाए जा रहे है। दूसरे चरण में इंदौर रोड पर महामृत्युंज द्वार से हरिफाटक ब्रिज तक पोल लगाए जाएंगे। ऐसे में इंदौर से आने वाले यात्रियों को करीब दो किमी दूर से पता चल जाएगा कि बाबा महाकाल के शहर में आ गए।
हरिफाटक ब्रिज पर लगने वाली लाइट 140 ल्यूमेंस प्रति वॉट की होगी। ल्यूमेंस रोशनी की मापक इकाई है। वर्तमान में शहर में 100 से 100 ल्यूमेंस पर वॉट की लाइट लगी है। ऐसी में 140 ल्यूमेंस पर वॉल की लाइट लगने से पूरा हरिफाटक ब्रिज रोशनी से नहा उठेगा। दूर से इसकी रोशनी लोगों को आकर्षित करेगी।
हरिफाटक ब्रिज पर लगने वाले डेकोरेटिव पोल अयोध्या में भी लगे हुए है। यहां लगे विद्युत पोल पर धनुष की आकृति बनाई गई है । चूंकि बाबा महाकाल की पहचान त्रिशुल, डमरू व शंख से है, लिहाजा शहर में इन प्रतीकों को विद्युत पोल पर लगाया जा रहा है।
हरिफाटक ब्रिज पर 1.60 करोड़ से डेकोरेटिव विद्युत पोल लग रहे हैं। पोल पर डमरू, शंख व त्रिशूल की आकृति बनी होगी। इनके लगने से श्रद्धालुओं को दूर से ही महाकाल नगरी उज्जैन का आभास होगा। जल्द ही काम शुरू होगा।
मुकेश टटवाल, महापौर