एक अन्य स्टूडेंट रवि सारथी भारत के लिए रवाना हो चुके हैं । उज्जैन के राज सोलंकी भी किर्गिस्तान में है। उनके मामा वुजय बोड़ाना ने बताया कि स्थिति में पहले से सुधार है और हिंसा की घटनाएं कम हुई है। राज अभी परीक्षा देने के लिए किर्गिस्तान में ही रुक रहा है।
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किर्गिस्तान हिंसा में फंसे मेडिकल स्टूडेंट्स की वतन वापसी के लिए किर्गिस्तान सरकार की तरफ से मदद नहीं की जा रही है। इसके इतर कॉलेज प्रबंधन की तरफ से बच्चों को फ्लैट, होस्टल से एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। 24 से 30 जून के बीच इन स्टूडेंट्स की फ्लाइट हैं।
किर्गिस्तान हिंसा में फंसे मेडिकल स्टूडेंट्स की वतन वापसी के लिए किर्गिस्तान सरकार की तरफ से मदद नहीं की जा रही है। इसके इतर कॉलेज प्रबंधन की तरफ से बच्चों को फ्लैट, होस्टल से एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। 24 से 30 जून के बीच इन स्टूडेंट्स की फ्लाइट हैं।
स्टूडेंट्स का कहना है कि हिंसा के सबूत मिलने के बाद सरकार एक्शन में आ गई है, लेकिन खतरा अब भी बरकरार है। खासकर रात के समय खतरा अधिक है। स्टूडेंट्स से सीएम डॉ. मोहन यादव से बात की है। सरकार परीक्षा बाद स्टूडेंट्स की वापसी की बात कह रही है। जबकि हिंसा के चलते फिलहाल कॉलेज बंद है।
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