MP News: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित चक्रतीर्थ पर बुधवार का दिन सभी के लिए भावनाओं से भरा हुआ था। जब एक मां की तीन बेटियों ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी मां को मुखाग्नि दी।
MP News: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित चक्रतीर्थ पर बुधवार का दिन सभी के लिए भावनाओं से भरा हुआ था। जब एक मां की तीन बेटियों ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए अपनी मां को मुखाग्नि दी, तो वहां उपस्थित हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं। समाज में बेटियों को केवल विदाई देने वाली समझा जाता है, लेकिन उज्जैन की तीन बेटियों पूजा, रेणुका और निहारिका ने यह साबित कर दिया कि माँ के प्रति कर्तव्य निभाने में पुत्र-पुत्री का कोई अंतर नहीं होता।
नामदारपुरा स्थित लालबाई फूलबाई क्षेत्र में रहने वाली गीताजी का बुधवार को बीमारी के कारण निधन हो गया। गीताजी का कोई पुत्र नहीं था, लेकिन उनकी तीनों बेटियों ने माँ के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा और दायित्व भावना दिखाते हुए अंतिम संस्कार की सभी रस्में स्वयं निभाईं। उन्होंने विधि-विधान से मुखाग्नि देकर मां को पूर्ण समान के साथ विदाई दी।
इस अवसर पर रविदास समाज के अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे, जिनमें रवि राय, योगेश शर्मा, भगवान खांडेकर और गणपत लाल लोहारिया सहित अन्य शामिल थे।