MP News: इस बार सुरक्षा व्यवस्था को सिर्फ तैनाती तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि एआइ सपोर्ट क्राउड मैनेजमेंट, डिजिटल सिग्नेज मॉनिटरिंग, ड्रोन सर्विलांस राउंड और सिचुएशनल इंटेलिजेंस ग्रिड से जोडने का प्लान बनाया है।
MP News: सिंहस्थ-2028 को राष्ट्रीय स्तर की मॉडल सिक्योरिटी इवेंट बनाने की तैयारी में पुलिस ने एक बड़ा तकनीकी कदम उठाया है। विभाग अब उन सभी पुलिसकर्मियों की कम्प्रिहेंसिव लिस्ट तैयार कर रहा है, जिन्होंने 2004 और 2016 के सिंहस्थ में किसी भी रूप में ड्यूटी दी थी। इस डेटा बैंक में हर पुलिसकर्मी का ऑपरेशन-प्रोफाइल, ग्राउंड रिस्पॉन्स टाइम, लॉजिस्टिक हैंडलिंग, पब्लिक इंटरफेसिंग स्किल, और क्राउड डायनेसिस समझ जैसे तकनीकी पैरामीटर शामिल किए जा रहे है।
एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार, इस बार सुरक्षा व्यवस्था को सिर्फ तैनाती तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि एआइ सपोर्ट क्राउड मैनेजमेंट, डिजिटल सिग्नेज मॉनिटरिंग, ड्रोन सर्विलांस राउंड और सिचुएशनल इंटेलिजेंस ग्रिड से जोडने का प्लान बनाया है। अनुभवी पुलिसकर्मियों का पैनल तैयार होना सबसे महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
लिस्ट तैयार करने के साथ ही हर शुक्रवार हाई-लेवल सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग होगी। इनमें पिछले सिंहस्थ के दौरान सामने आए हाई-रिस्क कॉरिडोर, घटना-प्रतिक्रिया समय, रेल-बस टर्मिनल पर भीड़ का दबाव और महाकाल जोन का होलोग्राफिक रूट मैप जैसी तकनीकी रिपोर्टर्स का विश्लेषण किया जाएगा। इस बार पुलिस तकनीकी रूप से इंटीग्रेटेड कंट्रोल-रूम सिस्टम पर काम कर रही है, जिसमे ड्रोन की लाइव फीड, सीसीटीवी, इमरजेंसी कॉल और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग एक ही डैशबोर्ड पर दिखेगी।
अनुभवी पुलिसकर्मी इन सिस्टम्स को ऑपरेट और सुपरवाइज करने में सक्षम रहते है, इसलिए लिस्ट तैयार करने का उद्देश्य राइट मैन एट द राइट प्लेस की पॉलिसी को लागू करना है। अफसरों का दावा है कि सुरक्षा मॉडल ऐसा बनाया जा रहा है जिसे भविष्य में अन्य राज्यों के बड़े धार्मिक आयोजनों के लिए भी टेम्पलेट के रूप में इस्तेमाल किया जा सके। तकनीकी टीम जनवरी तक पुलिसकर्मियों की फाइनल लिस्ट और विभागीय ट्रेनिंग