Auto and e-rickshaws identified by unique numbers, built control room उन्नाव में ऑटो और ई रिक्शा को यूनिक नंबर दिया जा रहा है। मालिकों और चालकों का विवरण भी एकत्र किया जा रहा है। जिसका एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। क्राइम होने की स्थिति में यूनिक नंबर से ही पहचान होगी।
Auto and e-rickshaws identified by unique numbers, built control room उन्नाव ई रिक्शा और ऑटो को यूनिक नंबर दिया जा रहा है। जिसके माध्यम से इनकी पहचान आसानी से हो सकती है। समय के साथ यूनिक नंबरों का प्रयोग रूट के निर्धारित करने में भी किया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जिले में अभियान चलाया जा रहा है और शत प्रतिशत ऑटो और ई-रिक्शा को यूनिक नंबर दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव के पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि जिले में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान चालक और मालिक की डिटेल का डेटाबेस बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से ऑटो और ई रिक्शा की पहचान और अन्य जानकारियों का सेंट्रल डाटा ट्रैफिक पुलिस के पास रहेगा। आवश्यकता पड़ने पर पहचान करने में आसानी रहेगी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यात्रियों को भी किसी प्रकार की परेशानी होने पर यूनिक नंबर से शिकायत करने में आसानी रहेगी। जिसके माध्यम से ई-रिक्शा और ऑटो को के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। इस प्रकार का अभियान जिले के सभी थाना क्षेत्र में चलाया जाएगा। एक भी ऑटो या ई रिक्शा सत्यापन अभियान में छुटने ना पाए। इसके भी निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन शत प्रतिशत होगा। एक सवाल के जवाब भी उन्होंने कहा कि आवशकता पड़ने पर यूनिक नंबर का प्रयोग रूट धारण में भी किया था सकता है।