उन्नाव रेप केस में भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ रेप पीड़िता, उसकी मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना मंगलवार शाम इंडिया गेट के पास धरने पर बैठ गईं।
Unnao Rape Case: दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्नाव रेप कांड में उम्रकैद की सजा काट रहे कुलदीप सिंह सेंगर को सशर्त जमानत दे दी है। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ रेप पीड़िता, उसकी मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना मंगलवार शाम को दिल्ली में इंडिया गेट के पास धरने पर बैठ गई।
इस पर धरना-प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने पीड़िता, उनकी मां और योगिता भयाना को मौके से हटा दिया। घटनास्थल से सामने आए वीडियो में पुलिसकर्मियों को उन्हें बस में बैठाते हुए देखा गया, जबकि वे शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन की अनुमति देने की अपील कर रही थी।
दरअसल, 2017 के उन्नाव रेप केस में पूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद पीड़िता, उसकी मां और एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने मंगलवार को इंडिया गेट पर विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पीड़िता ने आरोप लगाया कि आगामी 2027 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को देखते हुए सेंगर को राहत दी गई है।
इंडिया गेट परिसर में बैठी पीड़िता ने कहा कि जमानत का फैसला सुनकर वह टूट गई थीं। उन्होंने इसे अपने परिवार के साथ अन्याय बताते हुए कहा कि ऐसे आरोपी के बाहर आने से उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरा है। पीड़िता ने जमानत रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी। हालाकि इस दौरान उन्होंने न्यायपालिका पर भरोसा जताया, लेकिन अपनी सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता भी व्यक्त की।
महिला एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने कहा कि पीड़िता और उसका परिवार शुरुआत से ही संघर्ष कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किन आधारों पर आरोपी को जमानत दी गई, जबकि पीड़िता के परिवार को लगातार धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।