उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार शाम को श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने बाबा विश्वनाथ का विधिविधान से दर्शन-पूजन किया और प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।
सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को वाराणसी दौरे पर आए, सबसे पहले भाजपा के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत हवाई निरीक्षण कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि बाढ़ पीड़ितों को युद्ध स्तर पर पुनर्वासित किया जाए। वहां से लौटने के बाद शहर में चल रहे प्रोजेक्ट का निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ बैठक किए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को वसंता कॉलेज में बिरसा मुंडा और जनजातीय समूह से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। जेल रोड पर बने संगीत पथ का भी निरीक्षण करेंगे। श्रावण मास में शिव भक्तों के लिए की गई व्यवस्थाओं का भी अवलोकन करेंगे। वाराणसी सर्किट हाउस में विधायकों और एमएलसी ने प्रशासनिक अधिकारियों पर काम में रुचि नहीं बरतने की बात कही।उनका कहना था कि कुछ अफसर जनप्रतिनिधियों की बात को गंभीरता से नहीं लेते और क्रियान्वयन में समय लगाते हैं।
CM योगी ने विभागों की समीक्षा में हर बिंदु पर जानकारी लिए। पहले नगर निगम, जलकल, पीडब्ल्यूडी, विकास विभाग, पंचायती राज, कृषि विभाग, पुलिस, प्रशासन से जानकारी ली। सरकारी दफ्तरों, थानों, पुलिस अफसरों, अधिकारियों के कार्यालय में जनसुनवाई में पीड़ितों को न्याय देने और शिकायतों का संज्ञान लेकर क्रियान्वयन की बात कही। मुख्यमंत्री के हेलीपैड के पास स्वागत के लिए कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री रविंद जायसवाल, विधायक और पूर्व मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, विधायक अवधेश सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या समेत कमिश्नर और डीएम मौजूद रहे।