बलिया जिले में 10 वर्षीय यशवंत की हत्या के आरोपी प्रतीक वर्मा को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने तंज का बदला लेने के लिए यह घटना अंजाम दी थी।
बलिया जिले में 10 वर्षीय यशवंत की हत्या के आरोपी प्रतीक वर्मा को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने तंज का बदला लेने के लिए यह घटना अंजाम दी थी।
मामला फेफना थाना के आमडारी गांव का है। मंगलवार देर रात पुलिस टीम आमडारी से पकड़ाई जाने वाली सड़क पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को रुकने का इशारा किया। आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में प्रतीक के बाएं पैर में गोली लगी और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से तमंचा, कारतूस, खोखा और कीचड़ लगे कपड़े बरामद किए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी कृपाशंकर ने बताया कि गिरफ्तारी मुठभेड़ के दौरान ही हुई।
बलिया के आमडारी गांव में 10 वर्षीय यशवंत की तालाब में डुबोकर हत्या करने का मामला सामने आया है। घायल आरोपी प्रतीक वर्मा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह मोहल्ले के शत्रुघ्न के साथ लूडो खेलते समय बार-बार हार जाता था। इस पर शत्रुघ्न उस पर तंज कसते थे। यही तंज और बहस का बदला लेने के लिए रविवार की शाम प्रतीक ने यशवंत को घर के पीछे खेत में ले जाकर तालाब के पानी में डुबोकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बोरे में रखकर छिपा दिया।
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि प्रतीक का घर यशवंत के घर के पास ही है। उसकी मां का निधन हो चुका है और पिता काम में व्यस्त रहते हैं, इसलिए प्रतीक की निगरानी नहीं हो पाई। यही कारण था कि वह गलत रास्ते पर चला गया। जानकारी के अनुसार, प्रतीक का अतीत भी आपराधिक है। एक साल पहले दुमदुमा के पास उसने छिनैती की थी और हाल ही में जेल से बाहर आया था। 15 दिन पहले उसने गांव की एक महिला का मोबाइल चोरी किया था, जो मृतक के पास मिला। इसके अलावा, उसने एक महिला के बेटे को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
पुलिस के अनुसार, शत्रुघ्न के तंज कसने के कारण प्रतीक से कहासुनी भी हुई थी। इसके बाद दोनों ने साथ खेलना बंद कर दिया। यही बहस और तंज प्रतीक के भतीजे के साथ किए गए अपराध की वजह बनी।