समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गौशाला में दुर्गंध वाले बयान पर सियासत गरमा गई है। अखिलेश यादव अपने ही बयान पर चारों ओर से घिर गए हैं। भाजपा इसे मुद्दा बनाकर प्रदर्शन कर रही है।
वाराणसी में मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनोखा प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मानसिक चिकित्सालय के बाहर अखिलेश यादव के पुतले पर इंजेक्शन लगाकर विरोध दर्ज कराया।
भाजपा नेता अनूप जायसवाल ने कहा कि गौमाता पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जो टिप्पणी की थी, उसे लेकर हम भाजपा कार्यकर्ता प्रतीकात्मक रूप से इनका मानसिक इलाज कराने के लिए भर्ती करने आए हैं। यहां इनका इलाज संभव नहीं है। इनको रांची रेफर करना पड़ेगा। आज हम लोगों ने इनको इंजेक्शन दिया है और बिजली के झटके दिए हैं। अब इनका पुतला भी दहन किया जाएगा।
प्रदर्शन में मौजूद विपुल ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की मानसिक स्थिति अस्थिर है। वह सनातन धर्म के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उनके खिलाफ यह प्रदर्शन है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों कन्नौज में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भाजपा वाले दुर्गंध पसंद करते हैं, इसलिए गौशाला बना रहे हैं। हम सुगंध पसंद कर रहे थे, इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे। सरकार सांड पकड़ रही है या नहीं? यह तो सरकार ही जाने, लेकिन इसके लिए जो पैसा आ रहा है, वो भी ये खा जा रहे हैं।
हाल ही में बरेली में सीएम योगी ने भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणी का जवाब दिया है। अखिलेश यादव ने कन्नौज में कहा था, “भाजपा के लोगों की नफरत की दुर्गंध है। मैं कन्नौज के सुगंध वाले लोगों से अपील करता हूं कि वे भाजपा की इस दुर्गंध को हटाएं।” उन्होंने आगे कहा था कि भाजपा गौशालाएं बनाकर लोगों को गुमराह कर रही है।