काशी की देव दीपावली इस बार भी बेहद खास और भव्य होने जा रही है। गंगा के पवित्र घाट लाखों दीपों की रौशनी से जगमगाएंगे और महाआरती का नजारा हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देगा।
काशी की देव दीपावली इस बार भी बेहद खास और भव्य होने जा रही है। गंगा के पवित्र घाट लाखों दीपों की रौशनी से जगमगाएंगे और महाआरती का नजारा हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देगा। इस बार खास बात यह है कि गंगा घाट पर जलने वाले तीन लाख दीप गुजरात में तैयार किए गए हैं।
यह जिम्मेदारी बनारस के फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन ने गुजरात के रेवा फाउंडेशन को दी है। फाउंडेशन की अध्यक्ष अक्षिता सोलंकी ने बताया कि संस्था ने लगभग 200 महिलाओं को दीया बनाने का काम दिया। इससे न सिर्फ महिलाओं को रोजगार मिला बल्कि काशी की परंपरा को और भी भव्य रूप देने में उनका योगदान शामिल हुआ। उन्होंने बताया कि इस बार अयोध्या और काशी दोनों जगह गुजरात में बने दीपों से रोशनी होगी।
राष्ट्रीय फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन के महासचिव अभिषेक निगम ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स अपने परिवार के साथ मिलकर देव दीपावली मनाएंगे। देव दीपावली काशी का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस दिन घाटों पर जलते दीपों की लंबी कतारें और आसमान में चमकती आतिशबाजी का दृश्य दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है।