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यूपी के इस जिले में शुरू हुआ ऑपरेशन टॉर्च अभियान, जानिए किसको खोज रही पुलिस?

पुलिस ने ऑपरेशन टॉर्च अभियान शुरू किया है। इस अभियान के जरिए घुसपैठियों की पहचान की जा रही है। आइये जानते हैं। पुलिस इस अभियान के जरिए क्या-क्या जांच कर रही है।

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एसीपी नितिन तनेजा फोटो सोर्स ANI

एसीपी नितिन तनेजा फोटो सोर्स ANI

उत्तर प्रदेश में अवैध विदेशी नागरिकों को लेकर योगी सरकार सख्त रुख अपनाए हुए है। बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें डिटेंशन सेंटर भेजने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों का हवाला देते हुए ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। साथ ही नगर निकायों को संदिग्ध लोगों की सूची तैयार कर पुलिस से गहन जांच कराने को कहा गया है। जिसके क्रम में वाराणसी पुलिस ने ऑपरेशन टॉर्च अभियान चला कर जांच शुरू कर दिया है।

शासन और पुलिस मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद वाराणसी पुलिस ऑपरेशन टॉर्च अभियान चला रही है। पुलिस इस अभियान के तहत झुग्गी झोपड़ियां में रहने वाले लोगों के आधार कार्ड चेक कर रही है। पुलिस यह काम डोर टू डोर कर रही है। वेरिफिकेशन कर रहे पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जहां 15 लोगों की झुग्गी झोपड़ी है। वहां पर 40 से 45 लोग वास कर रहे हैं। उनके द्वारा बताया जा रहा है कि हम लोग 40 सालों से उत्तर प्रदेश में रह रहे हैं। इससे पहले हम दूसरे स्थान पर थे। वर्तमान समय में यहां रह रहे हैं। इनके पास बंगाल का कार्ड दिखाई जा रहा है। यहां का भी आधार कार्ड दिखाई जा रहा है। जिस पते का आधार कार्ड दिखाया जा रहा है। वहां से हम वेरिफिकेशन करवा रहे हैं। यह अभियान हमारा लगातार चलता रहेगा।

घुसपैठियों के लिए कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा सकती

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेशवासियों को एक पत्र के माध्यम से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला दिया था। उन्होंने याद दिलाया कि घुसपैठियों के लिए कोई विशेष सुविधा नहीं दी जा सकती। सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि राज्य के संसाधनों पर पहला अधिकार प्रदेश के नागरिकों का है। न कि अवैध रूप से रह रहे लोगों का। उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाने की बात कही। साथ ही नगर निकायों को संदिग्ध विदेशी नागरिकों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। चिन्हित किए गए घुसपैठियों को डिटेंशन सेंटर भेजने की कार्रवाई भी जारी है।

मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। अवैध घुसपैठियों की गहन प्रोफाइलिंग की जा रही है। पुलिस टीमों द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके लिए एक विशेष निगेटिव लिस्ट बनाई जा रही है। जिसमें अवैध रूप से रह रहे लोगों के नाम शामिल किए जाएंगे। यह सूची देश के अन्य राज्यों के साथ भी साझा की जाएगी। उत्तर प्रदेश पुलिस न केवल दस्तावेजों की जांच कर रही है। बल्कि जिन जिलों का सत्यापन में उल्लेख है। वहां भी टीम भेजकर पड़ताल कराई जा रही है।

एसीपी बोले- सत्यापन अभियान चलाया जा रहा

एसीपी नितिन तनेजा ने कहा, “‘ऑपरेशन टॉर्च’ के तहत हम उन लोगों की पहचान की जांच कर रहे हैं। जो वाराणसी के मूल निवासी नहीं हैं। लेकिन कुछ समय से यहां रह रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वे बांग्लादेश या किसी अन्य शत्रु देश से तो नहीं आए हैं। और यहां रह रहे हैं।