Appetite-Control Drugs Solve Obesity Problem : अमेरिका में मोटापे (Obesity) का बढ़ता स्तर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं..
Appetite-Control Drugs Solve Obesity Problem : अमेरिका में मोटापे (Obesity) का बढ़ता स्तर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे अस्वास्थ्यकर खान-पान, कम शारीरिक गतिविधि और जीवनशैली से जुड़ी अन्य आदतें। हाल ही में, प्रसिद्ध उद्योगपति एलन मस्क ने सुझाव दिया है कि 'नई भूख कम करने वाली दवाएं' इस समस्या को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
मोटापे (Obesity) का स्तर अमेरिका में तेजी से बढ़ रहा है। 'ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को-ऑपरेशन' के 2018 के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 40 प्रतिशत अमेरिकी नागरिक मोटापे (Obesity) से ग्रस्त हैं। इस संदर्भ में, 'यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन' (CDC) का कहना है कि पांच में से दो से अधिक अमेरिकी वयस्क मोटापे (Obesity) का सामना कर रहे हैं। मोटापे का असर न सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि यह पूरे देश के स्वास्थ्य प्रणाली पर भी भारी बोझ डालता है।
एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से इस समस्या पर अपनी राय साझा की। उन्होंने लिखा, "नई भूख-निरोधक दवाओं के साथ मोटे लोगों की संख्या में कमी आ सकती है।" मस्क का यह बयान उन आंकड़ों के संदर्भ में था, जो अमेरिका में मोटापे (Obesity) की बढ़ती दर को दर्शाते हैं।
वजन घटाने के क्षेत्र में 'सेमाग्लूटाइड' नामक एक नई दवा ने काफी उम्मीदें जगाई हैं। साल 2022 में, नोवो नॉर्डिस्क ने 'ओजेम्पिक' और 'वेगोवी' के नाम से इस दवा को बाजार में उतारा था। यह दवा मूल रूप से टाइप 2 मधुमेह के मरीजों के लिए विकसित की गई थी, लेकिन इसके वजन घटाने के प्रभाव ने इसे मोटापे (Obesity) के इलाज में एक प्रमुख विकल्प बना दिया है।
सेमाग्लूटाइड दवा का मुख्य कार्य भूख को कम करना और पेट को भरे होने का एहसास कराना है। यह दवा साप्ताहिक इंजेक्शन के रूप में दी जाती है और इसे मोटापे (Obesity) से ग्रस्त लोगों के लिए वजन घटाने (Weight loss) की सर्जरी के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। एलन मस्क ने खुद इस दवा का उपयोग किया और इंटरमिटेंट फास्टिंग के साथ लगभग 20 पाउंड वजन कम किया। उनका कहना है कि यह दवा उनके लिए काफी प्रभावी साबित हुई है।
मोटापा (Obesity) केवल वजन बढ़ने की समस्या नहीं है; यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। अत्यधिक वसा का जमाव मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, मोटापे (Obesity) का स्तर 30 या उससे अधिक बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्ति को मोटा माना जाता है, जबकि 25 से अधिक बीएमआई वाले व्यक्ति को 'ओवरवेट' श्रेणी में रखा जाता है।
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में दुनिया भर में 5 से 9 वर्ष की आयु के 390 मिलियन से अधिक बच्चे ओवरवेट थे, जिनमें से 160 मिलियन बच्चे मोटापे (Obesity) से ग्रस्त थे। यह आंकड़े बताते हैं कि मोटापा (Obesity) केवल वयस्कों की ही नहीं, बल्कि बच्चों और युवाओं की भी गंभीर समस्या बनती जा रही है।
मोटापे के बढ़ते स्तर को नियंत्रित करने के लिए जागरूकता, सही खान-पान, शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और नई चिकित्सा पद्धतियों का उपयोग करना आवश्यक है। एलन मस्क के सुझाव और 'सेमाग्लूटाइड' जैसी नई दवाओं का इस्तेमाल इस दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है। हालांकि, यह भी जरूरी है कि लोग अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
मोटापे के खिलाफ लड़ाई केवल दवाओं और चिकित्सा तक सीमित नहीं है; यह हमारे जीवन के हर पहलू से जुड़ी हुई है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर ही हम इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
(आईएएनएस)