म्यांमार से भागे रोहिंग्याओं को ले जा रही एक नाव हादसे का शिकार हो गई। थाईलैंड-मलेशिया समुद्री सीमा के पास इस नाव के पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई है। यह आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है।
म्यांमार (Myanmar) में रह रहे रोहिंग्या (Rohingya) अक्सर ही शरण लेने के लिए अवैध तरीके से दूसरे देशों में घुसने की तैयारियों में लगे रहते हैं। म्यांमार (Myanmar) के रखाइन राज्य के बुथिदौंग इलाके से करीब 300 रोहिंग्या एक जहाज पर सवार होकर करीब तीन हफ्ते पहले निकले। इन रोहिंग्याओं में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यह जहाज मानव तस्करी सिंडिकेट्स द्वारा संचालित था, जो रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से समृद्ध देशों में पहुंचाता है। इन रोहिंग्याओं को रास्ते में छोटी-छोटी नावों में बांट दिया गया, जिनमें से एक नाव पर करीब 70 रोहिंग्या सवार थे। रविवार को यह नाव थाईलैंड-मलेशिया समुद्री सीमा (Thailand-Malaysia Sea Border) के पास पलट गई।
रोहिंग्याओं से भरी नाव के थाईलैंड-मलेशिया समुद्री सीमा के पास पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई है। मलेशियाई अधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी है और इस बात की भी आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
मलेशियाई अधिकारियों ने बताया कि 13 रोहिंग्याओं की जान बचा ली गई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। बाकी रोहिंग्या लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
मलेशियाई अधिकारियों के अनुसार जो 300 रोहिंग्या म्यांमार से जहाज पर सवार होकर निकले थे, जिनमें से 230 को दूसरी नावों पर रवाना कर दिया गया था, उनकी कोई खबर नहीं है। हालांकि उनकी तलाश जारी है।