सऊदी अरब के रेगिस्तान में वैज्ञानिकों को कुछ ऐसा मिला है जिससे उन्हें काफी हैरानी हो रही है। क्या है यह खोज? आइए जानते हैं।
दुनियाभर के वैज्ञानिक अलग-अलग तरह की खोज में लगे रहते हैं। हाल ही में सऊदी अरब (Saudi Arabia) के वैज्ञानिकों ने एक अलग तरह की खोज की है। उन्होंने यह खोज सऊदी अरब के रेगिस्तान में की। सऊदी अरब के वैज्ञानिकों ने देश के रेगिस्तान में बड़े पत्थरों पर बने ऊंट, हिरण और अन्य जानवरों के नक्काशीदार चित्र खोजे हैं। इस खोज से वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
माना जा रहा है कि सऊदी अरब के रेगिस्तान में मिले ऊंट, हिरण और अन्य जानवरों के नक्काशीदार चित्र करीब 12,000 साल पुराने हैं। इनमें से कई की ऊंचाई 6 फीट से भी ज़्यादा है। कई चित्र चट्टानों की संकरी सतह पर बनाए गए थे, जहाँ कलाकार पीछे हटकर अपनी कला को ठीक से देख भी नहीं सकते थे।
जर्मनी की पुरातत्वविद मारिया ग्वाग्निन ने सऊदी अरब के रेगिस्तान में मिले 12,000 साल पुराने ऊंट, हिरण और अन्य जानवरों के नक्काशीदार चित्र के बारे में कहा कि सिर्फ एक पत्थर से इतने बारीक चित्र बनाना असाधारण कौशल का काम है। इन जानवरों की आकृतियों और खुदाई में मिले औजारों से पता चलता है कि लोग इस क्षेत्र में वैज्ञानिकों की अनुमानित अवधि से लगभग 2,000 साल पहले से रहते थे। अभी यह साफ नहीं है कि उन्होंने इतनी शुष्क परिस्थितियों में पानी और भोजन की व्यवस्था कैसे की।
दिलचस्प बात यह भी है कि एक नक्काशी में ऑरॉक्स (जंगली मवेशियों का पूर्वज) का चित्र भी दर्शाया गया है, जो इस रेगिस्तान में कभी नहीं रहता था और विलुप्त हो चुका है। विशेषज्ञों को मानना है कि कलाकार कहीं इन जानवरों को देख कर लौटे होंगे। ये स्थापित समुदाय थे, जिन्हें परिदृश्य की गहरी समझ थी।