SpaceX: कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर बताया कि सैटेलाइट्स को बहुत तेज स्पीड से चलाने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें कामयाब नहीं मिली। ये प्रक्रिया बेहद जटिल होती है।
SpaceX: एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की हालिया रॉकेट लॉन्चिंग नाकाम हो गई है। कंपनी ने पुष्टि की है कि उसके 20 नए स्टारलिंक सैटेलाइट पृथ्वी पर गिरने वाले हैं। फाल्कन-9 रॉकेट लॉन्च करते समय दूसरे चरण का इंजन ठीक से काम नहीं कर पाया। इससे ये सैटेलाइट बहुत नीचे की कक्षा में स्थापित हो गए। स्पेसएक्स की टीम ने 10 सैटेलाइट को ऊपर उठाने की कोशिश की, लेकिन वे इतना नीचे आ चुके हैं कि ऊपर उठा पाना मुश्किल है। ये सैटेलाइट धीरे-धीरे वायुमंडल में प्रवेश के बाद जलकर नष्ट हो जाएंगे।
धरती को इन सैटेलाइट के गिरने से किसी तरह का खतरा होने की बात पर कंपनी का कहना है कि इनसे किसी और सैटेलाइट या पृथ्वी के लोगों को कोई खतरा नहीं है। SpaceX ग्लोबल सैटेलाइट इंटरनेट नेटवर्क बनाने पर काम कर रही है, जो हर जगह इंटरनेट पहुंचाने में मदद करेगा। इन 20 सैटेलाइट के गलत कक्षा में स्थापित होने से इस प्रोजेक्ट को झटका लगा है। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि इस घटना का स्पेसएक्स की आगामी उड़ानों पर क्या असर होगा। एक अंतरिक्ष उड़ान 31 जुलाई को फ्लोरिडा से निर्धारित है, जिसके जरिए पहली निजी स्पेसवॉक की योजना है।
फाल्कन-9 रॉकेट ने गुरुवार रात कैलिफोर्निया से उड़ान भरी थी। उड़ान के कुछ मिनट बाद ऊपरी चरण के इंजन में खराबी आ गई। स्पेसएक्स ने तरल ऑक्सीजन रिसाव को इसका कारण बताया। इस समय करीब 6,000 स्टारलिंक उपग्रह दुनिया के दूरदराज के इलाकों में इंटरनेट सेवा प्रदान कर रहे हैं।
कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर बताया कि सैटेलाइट्स को बहुत तेज स्पीड से चलाने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें कामयाब नहीं मिली। यह घटना बताती है कि अंतरिक्ष में चीजों को सही जगह स्थापित करना कितना जटिल होता है।