India-Pakistan Conflict: आतंकवाद के मामले पर भारत ने पाकिस्तान को यूएन में जमकर लताड़ लगाई।
पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) में 26 निर्दोष लोगों की मौत और 20 लोगों के घायल होने के बाद भारत (India) ने पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए, जिनमें सिंधु जल समझौता रद्द करना काफी बड़ा फैसला रहा। इससे पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा। सिंधु जल समझौता ही पाकिस्तान में पानी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। ऐसे में भारत के इसे रद्द करने से पाकिस्तान में बड़ा संकट खड़ा होने की संभावना बढ़ गई है। इस मामले को यूनाइटेड नेशन्स में पाकिस्तान ने उठाया, जिस पर भारत की तरफ से करारा जवाब दिया गया।
भारत ने यूनाइटेड नेशन्स में सिंधु जल समझौते पर पाकिस्तान की तरफ से "गलत सूचना" फैलाने पर उसे जमकर लताड़ा। यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने कहा कि 65 साल पुराना यह समझौता तब तक स्थगित रहेगा, जब तक आतंक का वैश्विक केंद्र पाकिस्तान, बॉर्डर पर हो रही आतंकवाद की घटनाओं को समर्थन देना बंद नहीं करता। पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने यूएन में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा था कि पानी जीवन है, युद्ध का हथियार नहीं, जिसके जवाब में हरीश ने करारा जवाब दिया।
हरीश ने आगे कहा कहा, "भारत ने हमेशा एक ऊपरी तटवर्ती राज्य के रूप में ज़िम्मेदारी से काम किया है। सबसे पहले, भारत ने 65 साल पहले सद्भावनापूर्वक सिंधु जल समझौता किया था। दोनों देशों के बीच उस समझौते की प्रस्तावना में बताया गया है कि इसे किस तरह अच्छी भावना और मित्रता के साथ इसे संपन्न किया गया था। तब से अब तक, करीब 65 सालों में, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ तीन युद्ध किए और हज़ारों आतंकी हमले करके उस समझौते की भावना का उल्लंघन किया है। भारत ने इसके बावजूद असाधारण धैर्य और उदारता दिखाई है। वहीं पाकिस्तान ने हमेशा इस सिंधु जल समझौते का उल्लंघन किया है।""
हरीश ने पाकिस्तान को पर्दाफाश करते हुए बताया, "पिछले करीब 40 सालों में पाकिस्तान की तरफ से किए गए आतंकी हमलों में करीब 20,000 भारतीय मारे गए हैं। पाकिस्तान समय-समय पर भारत में आतंकी हमले करता है, जो हमारे नागरिकों के साथ ही परियोजनाओं के भी लिए सही नहीं है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान इन हरकतों को अस्वीकार भी करता रहा है और पाकिस्तान का हमारे देश के लिए बाधा डालने वाला दृष्टिकोण भारत द्वारा वैध अधिकारों के पूर्ण उपयोग को रोकता रहा है।" श्री हरीश ने कहा, इसी वजह से भारत ने फैसला लिया है कि जब तक पाकिस्तान, जो आतंकवाद का वैश्विक केंद्र है, बॉर्डर पर आतंकवाद को अपना समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक सिंधु जल समझौता स्थगित रहेगा।"
पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया, जो वो कभी नहीं भूलेगा। भारत ने 7 मई को तड़के सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के ज़रिए पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला करते हुए उन्हें तबाह कर दिया। भारत की एयरस्ट्राइक्स में 100 से ज़्यादा आतंकी भी मारे गए। भारत के एक्शन से बौखलाकर पाकिस्तान ने कई भारतीय शहरों पर ड्रोन्स और मिसाइलों से हमले किए, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले करते हुए उन्हें तबाह कर दिया। पाकिस्तानी नेता भी अब मानने लगे हैं कि भारतीय हमलों में उन्हें काफी नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ें- Monsoon In India: भारत में मानसून ने समय से पहले दी दस्तक, केरल में झमाझम बारिश शुरू