Australia suspends US postal services: ऑस्ट्रेलिया ने 27 अगस्त 2025 से अमेरिका के लिए डाक सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं। यह निर्णय अमेरिका की ओर से डाक सामानों पर सीमा शुल्क नियमों में बदलाव के बाद लिया गया है।
Australia suspends US postal services: अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मनमानी (Trump customs change 2025) उनकी वजह से अब उनके देश पर भारी पड़ रही है। ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय डाक सेवा, ऑस्ट्रेलिया पोस्ट (Australia suspends US mail) ने तुरंत प्रभाव से अमेरिका और प्यूर्टो रिको जाने वाले पार्सलों(USPS new import rules) के लिए अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद (India stops shipping to US) कर दी हैं। यह निर्णय सीमा शुल्क नियमों में हाल ही में आए बदलावों के बाद लिया गया। अमेरिका ने 'De Minimis' सीमा हटा दी है। पहले अमेरिका में 66,400 रुपये या उससे कम कीमत वाले पार्सल बिना सीमा शुल्क के भेजा जा सकते थे, लेकिन अब यह नियम हटा दिया गया है। अब हर पार्सल पर शुल्क लगेगा, चाहे इसकी कीमत कम ही क्यों न हो। यह नया नियम 29 अगस्त 2025 से लागू होगा। गौरतलब है कि कोरिया पोस्ट ने पिछले सप्ताह कहा कि दक्षिण कोरिया ने अमेरिका को पैकेज भेजना बंद कर दिया है, हालांकि ग्राहक यूपीएस के साथ अपनी साझेदारी सेवा के माध्यम से पैकेज भेज सकेंगे।
ऑस्ट्रेलिया पोस्ट ने स्पष्ट किया है कि ये चीज़ें अभी भी भेजी जा सकती हैं:
पत्र (letters)।
वाणिज्यिक बिना कीमत वाले दस्तावेज।
$100 से कम कीमत वाले उपहार।
यानि, बहुत छोटी चीज़ें अभी भी भेजी जा सकेंगी।
यह बदलाव अकेले ऑस्ट्रेलिया तक सीमित नहीं है। भारत, न्यूजीलैंड, जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, जापान, और दक्षिण कोरिया जैसी कई जगहों की डाक सेवाएं भी वहीं बंद कर दी गई हैं — क्योंकि वे नहीं चाहते कि उनके ग्राहक अप्रत्याशित शुल्कों से परेशान हों।
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया में FedEx जैसी निजी कूरियर कंपनियां अभी भी अमेरिका की सेवा देती हैं। वे पार्सल भेजने से पहले आपके नाम पर शुल्क और कर का भुगतान भी कर सकती हैं, जिससे चीजें सुचारू रूप से आगे बढ़ती रहें।
अक्सर छोटे व्यवसाय $300 से कम कीमत वाले पार्सल भेजते थे। ऐसे काम अब मुश्किल हो गए हैं। उन्हें अब अतिरिक्त शुल्क और नए नियमों से निपटना होगा। इससे कई व्यापारियों को अमेरिका भेजने में संकोच हो रहा है और लागत बढ़ रही है।
| सवाल | जानकारी |
|---|---|
| क्या बंद किया गया? | अमेरिका और प्यूर्टो रिको के लिए पार्सल भेजना आंशिक रूप से बंद। |
| क्या अभी भी भेजा जा सकता है? | पत्र, दस्तावेज, और $100 से कम कीमत वाले छोटे उपहार। |
| क्यों यह कदम उठाया गया? | अमेरिका में 'De Minimis' सीमा हटने के कारण सीमा शुल्क बढ़ा। |
| कोई वैकल्पिक तरीका है? | हां—FedEx जैसी निजी कंपनियां उपलब्ध हैं। |
भारतीय एनआरआई समुदाय में इस फैसले को लेकर नाराजगी है। खासकर वे लोग जो ऑस्ट्रेलिया से अमेरिका में परिवार या दोस्तों को उपहार और दस्तावेज भेजते थे, अब उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। ई-कॉमर्स व्यापारी, जो अमेरिका में कस्टमर्स को ऑर्डर भेजते हैं, उनके लिए यह निर्णय एक बड़ा झटका है। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा — “पहले भारत ने रोका, अब ऑस्ट्रेलिया। ट्रंप की नीतियों ने इंटरनेशनल लॉजिस्टिक्स बर्बाद कर दी।”
भारत पोस्ट और ऑस्ट्रेलिया पोस्ट की ओर से अगले हफ्ते स्थिति की समीक्षा के बाद नई गाइडलाइन आ सकती है। ऑस्ट्रेलियाई व्यापारी यूनियन और लॉजिस्टिक्स फेडरेशन इस फैसले पर चर्चा करने के लिए सरकार पर दबाव बना सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या FedEx और UPS जैसी निजी कंपनियां इस गैप को भरने के लिए "प्रायोरिटी शिपिंग प्लान्स" लेकर आती हैं।
छोटे कारोबारी और Etsy sellers सबसे ज़्यादा प्रभावित होंगे, जो कम कीमत पर हस्तशिल्प और प्रोडक्ट अमेरिका भेजते थे। स्टूडेंट्स और पीआर वीज़ा होल्डर, जो दस्तावेज भेजते हैं (जैसे डिग्री, बैंक स्टेटमेंट), उनके लिए भी यह चिंता का विषय है। भारतीय त्योहारी सीजन में राखी, दीपावली गिफ्ट्स व मिठाइयाँ आदि अब अमेरिका भेजना कठिन हो गया है।