Shaolin Monk Corruption: चीन के शाओलिन मठाधीश की हत्या ने मंदिरों में बढ़ते भ्रष्टाचार और वाणिज्यीकरण का सच उजागर किया है।
Shaolin Monk Corruption: चीन के प्रसिद्ध शाओलिन मठ (Shaolin Monastery) के मुख्य मठाधीश शी योंगक्सिन पर महिलाओं से अवैध संबंध (illicit relationship) बनाने और मंदिर की संपत्ति (Shaolin Monk Corruption) का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगे। इससे लोग बहुत नाराज़ हुए और अंत में उन्होंने उनकी हत्या कर दी। आइए जानते हैं पूरी कहानी। द गार्जियन के अनुसार शी योंगक्सिन (Xi Yongxin) शाओलिन मठ के प्रमुख थे। उन्होंने मठ को एक बड़ा व्यापारिक केंद्र बना दिया था। मंदिर अब सिर्फ पूजा का स्थान नहीं रहा, बल्कि भारी आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन गया। शी पर आरोप लगे कि उन्होंने मंदिर की संपत्ति का गलत इस्तेमाल कर निजी फायदे कमाए और कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध बनाए।
जब जुलाई 2025 में ये आरोप सामने आए, तो शी की जांच शुरू हुई। दो हफ्ते में उन्हें उनके पद से हटा दिया गया और भिक्षुत्व से भी बाहर कर दिया गया।
चीन में मंदिरों की कमाई बहुत तेजी से बढ़ रही है। अब ये जगहें बड़े आर्थिक और वाणिज्यिक केंद्र बन चुकी हैं। होटल, गोल्फ कोर्स और स्कूल जैसी बड़ी परियोजनाएं मंदिरों के अधीन चल रही हैं।
शी योंगक्सिन अकेले नहीं थे। अगस्त में हांग्जो के लिंगयिन मंदिर में भी भिक्षुओं के भ्रष्टाचार का वीडियो वायरल हुआ। जुलाई में एक और भिक्षु वू बिंग पर भी आरोप लगे कि उन्होंने गरीबों के लिए आए दान का गलत इस्तेमाल किया।
चीन सरकार ने मंदिरों की आर्थिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्णय लिया है। धार्मिक स्थलों का दुरुपयोग रोकना जरूरी हो गया है ताकि मंदिर अपने धार्मिक और सामाजिक उद्देश्य पर टिके रहें।
शाओलिन मठाधीश की हत्या और मंदिरों में फैले भ्रष्टाचार ने यह सवाल उठाया है कि क्या मंदिरों का बढ़ता वाणिज्यीकरण उनकी पवित्रता और मकसद को कमजोर कर रहा है?