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Bangladesh violence: भीड़ ने अखबार के दफ्तर को फूंका, अंदर फंसी महिला पत्रकार ने कहा- ‘दम घुट रहा है ‘

Bangladesh violence: छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में दंगे भड़क गए है। गुस्साई भीड़ ने देश के सबसे बड़े अखबारों के दफ्तरों में तोड़-फोड़ की और आग लगा दी।

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भारत

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Himadri Joshi

Dec 19, 2025

Bangladesh violence

बांग्लादेश के सबसे बड़े अखबार प्रथम आलो के ऑफिस में लगाई गई आग (फोटो- पत्रिका ग्राफिक्स)

Bangladesh violence: छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी (Sharif Usman Hadi) की मौत के बाद बांग्लादेश में एक बार फिर हालात बिगड़ गए हैं। हादी के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं और जगह-जगह पर हिंसक प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी ढाका में स्थित देश के सबसे बड़े दो अखबारों के दफ्तरों पर भी हमला कर दिया। उग्र भीड़ जबरन इन दफ्तरों में घुस गई और तोड़-फोड़ शुरू कर दी।

प्रथम आलो अखबार के दफ्तर में लगाई आग

इन दफ्तरों में देश के सबसे बड़े और मशहूर अखबार प्रथम आलो (Prothom Alo) और एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार द डेली स्टार (The Daily Star) का ऑफिस शामिल है। इस प्रदर्शन से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं जिन्हें देखकर स्थिति की गंभीरता का अनुमान लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक वीडियो न्यू एज नामक अखबार के संपादक का भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि भीड़ ने संपादक नूरुल कबीर को घेर लिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। प्रदर्शनकारी कबीर को चारों तरफ से घेर लेते हैं और उनके बाल खींचकर उन्हें थप्पड़ भी मारते हैं।

जलते दफ्तरों में पत्रकार फंसे

गुस्साई भीड़ ने जब अखबारों के दफ्तरों में आग लगाई उस समय दर्जनों पत्रकार और अन्य कर्मचारी ऑफिस के अंदर ही मौजूद थे। दंगाईयों ने इन लोगों को निकलने का समय भी नहीं दिया और पहले ही आग लगा दी थी। इस दौरान द डेली स्टार अखबार के दफ्तर में फंसी रिपोर्टर ज़ाइमा इस्लाम ने मदद के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया। इस्लाम ने लिखा, अब मैं सांस नहीं ले पा रही हूं। यहां बहुत ज़्यादा धुआं है। मैं अंदर फंसी हुई हूं। आप लोग मुझे मार रहे हैं। अचानक दफ्तरों में आग लगने से लोग अपनी जान बचाने के लिए चीख-पुकार मचाने लगे लेकिन इसके बावजूद दंगाइयों ने उनकी कोई मदद नहीं की। बाद में बचाव टीमों ने मौके पर पहुंच कर दफ्तरों में फंसे लोगों को बाहर निकाला।

गुरुवार रात छात्र नेता हादी की हुई मौत

बांग्लादेश में हालात पिछले एक सप्ताह से बिगड़े हुए हैं। दरअसल, शेख हसीना सरकार को हटाने वाले छात्र आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले 32 वर्षीय छात्र नेता हादी जब पिछले शुक्रवार को ढाका में अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत कर रहे थे तभी कुछ नकाबपोश हमलावरों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। इसके बाद हादी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें सिंगापुर ले जाया गया था। यहां हादी 6 दिनों तक लाइफ सपोर्ट पर रहे और फिर गुरुवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया। हादी की मौत की खबर सामने आने के बाद देश में दंगे भड़क गए।