
बांग्लादेश में हिंसा। (फोटो- IANS)
Bangladesh Violence Update इंकलाब मंच के नेता शरीफ उस्मान बिन हादी (Osman Hadi Murder) की मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसा अब विकराल रूप ले चुका है। प्रदर्शनकारियों ने देश के टॉप मीडिया संस्थानों को तहस-नहस करने के बाद बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के घर पर अपना गुस्सा निकाला है। उनके घर को लोगों ने बुरी तरह से तोड़ डाला।
प्रदर्शनकारियों को मुजीबुर रहमान के घर के बचे हुए हिस्से को तोड़ने की कोशिश करते और वहां पूर्व पीएम शेख हसीना के पोस्टर में आग लगाते हुए देखा गया।
उधर, चटगांव में शुक्रवार सुबह भारतीय असिस्टेंट हाई कमीशन के बाहर हिंसा और भड़क गई। जिसमें चार लोग घायल हो गए। इसमें दो पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारी चटगांव के खुलशी इलाके में भारतीय मिशन के कार्यालय के बाहर जमा हुए और शुक्रवार तड़के कार्यालय परिसर में ईंटें फेंकीं और तोड़फोड़ की।
बीच बचाव के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। इसमें घायल लोगों को चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने घटनास्थल से कई लोगों को हिरासत में लिया है, जिन पर आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने की उम्मीद है।
इससे पहले बुधवार को, भारत के विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में बिगड़ते सुरक्षा माहौल पर नई दिल्ली की कड़ी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह को तलब किया था।
इस बीच, चटगांव में एक अलग घटना में हादी की मौत पर विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी नौफेल के घर में आग लगा दी।
यह घटना गुरुवार रात शहर के चश्माहिल इलाके में हुई, जहां गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने घर के अंदर खड़ी एक मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी, जो पूर्व चटगांव मेयर मोहिउद्दीन चौधरी की थी।
बता दें कि इंग्लिश अखबार 'द डेली स्टार' के ऑफिस में तोड़फोड़ के बाद, छत पर फंसे एक पत्रकार ने उस भयानक अनुभव के बारे में बताया।
पत्रकार ने बताया कि उन्हें बाहर से एक फोन कॉल से अलर्ट किया गया था क्योंकि हिंसक भीड़ का एक हिस्सा प्रोथोम आलो ऑफिस पर हमला करने के बाद 'द डेली स्टार' बिल्डिंग की ओर बढ़ने लगा था
चेतावनी मिलने पर न्यूज रूम के स्टाफ ने बाहर निकलने की कोशिश की। लेकिन तब तक, भीड़ ग्राउंड फ्लोर पर पहुंच चुकी थी और बिल्डिंग में आग लगाने से पहले तोड़फोड़ शुरू कर दी थी।
धुएं के बीच पत्रकारों के एक ग्रुप ने नीचे जाने की कोशिश छोड़ दी और इसके बजाय 10वीं मंजिल पर छत पर भाग गए। बाद में फायर सर्विस की टीमें आईं और निचली मंजिलों पर लगी आग बुझाई। चार फायर फाइटर फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए छत पर चढ़े।
Updated on:
19 Dec 2025 01:12 pm
Published on:
19 Dec 2025 01:11 pm
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