कांगो गणराज्य के लुआलाबा प्रांत में एक अवैध तांबे की खदान ढहने से करीब 80 लोगों की मौत हो गई, यह हादसा सुरक्षाकर्मियों के आने पर मची भगदड़ और पुल टूटने के कारण हुआ।
मध्य अफ्रीका में स्थित कांगो गणराज्य से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां एक तांबे की खदान ढहने से करीब 80 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग अभी भी घायल है। इस हादसे को इस साल देश में हुए सबसे भीषण खदान हादसों में से एक माना जा रहा है। लुआलाबा प्रांत के मुलोंडो में कलांडो खदान में यह हादसा शनिवार को हुआ था, जिसकी जानकारी अधिकारियों ने रविवार को सार्वजनिक की।
प्रांत के गृह मंत्री रॉय कौम्बा मायोंडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि, भारी बारिश और लैंडस्लाइड के खतरे के चलते खदान में काम बंद करने के निर्देष दिए गए थे। लेकिन इसके बावजूद खदान में अवैध माइनिंग चल रही थी। इस दौरान जब साइट की सुरक्षा में तैनात सैन्य कर्मियों वहां पहुंचे तो मजबूदरों में अफरा-तफरी मच गई। DRC की सरकारी एजेंसी SAEMAPE की रिपोर्ट के अनुसार, सैनिकों की फायरिंग की आवाज सुनने पर मजदूर डर गए और दहशत में खदान के ऊपर बने एक पुल पर एक साथ चढ़ गए। अत्यधिक वजन के चलते वह पुल टूट गया और सभी मजदूर उसके नीचे दब गए।
SAEMAPE ने अपने बयान में कहा, खनिक एक-दूसरे पर गिरने लगे जिसके चलते उनमें से कई की मौत हो गई और कई बूरी तरह से घायल हो गए। ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन इनिशिएटिव ने सेना की भूमिका और गोलीबारी की रिपोर्टों पर सवाल उठाते हुए इस घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा सकता है कि कैसे अचानक खदान का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और उसके नीचे खड़े दर्जनों लोग मलबे में दब गए।