Delhi Blast: दिल्ली में हुए भीषण बम धमाके की शेख हसीना ने कड़ी निंदा की है। क्या कहा पूर्व बांग्लादेशी पीएम ने? आइए जानते हैं।
दिल्ली में 10 नवंबर की शाम को एक भीषण बम धमाके (Delhi Blast) से हड़कंप मच गया। यह धमाका लाल किला (Red Fort) मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुआ, जब एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 कार में अचानक से धमाका हो गया। इससे आसपास के कई वाहनों में आग लग गई। आसपास की दुकानों के कांच टूट गए। चीखपुकार मच गई। घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों को भी धमाके की आवाज़ सुनाई दी। इस धमाके में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है और 20 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इस बम धमाके को आतंकी हमला बताया जा रहा है और इसकी आतंकी एंगल से ही जांच हो रही है।
दिल्ली में हुए इस भीषण बम धमाके की बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने कड़ी निंदा की है। पूर्व बांग्लादेशी पीएम ने अपने बयान में कहा, "दिल्ली में हुआ खतरनाक आतंकी हमला किसी भी परिस्थिति में अस्वीकार्य है। आधुनिक दुनिया में चरमपंथी आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। यह चरमपंथी आतंकी समूह एक धर्मनिरपेक्ष, मानवीय और कल्याणकारी देश की नींव पर प्रहार करते हैं। पाकिस्तान में निहित इन आतंकी समूहों ने बांग्लादेश सहित विभिन्न देशों में अपने नेटवर्क स्थापित कर लिए हैं और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमज़ोर करने के लिए भारत में हमले कर रहे हैं। हमें इन आतंकियों का विरोध करना चाहिए और लोगों के बीच संबंध बनाकर दक्षिण एशियाई शांति और स्थिरता को बनाए रखना चाहिए। बांग्लादेश अवामी लीग आतंकवाद के खिलाफ इस सैद्धांतिक संघर्ष में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Indian Prime Minister Narendra Modi) को अपना पूर्ण समर्थन देती है।"
शेख हसीना ने कहा, "हमारा दृढ़ विश्वास है कि आज की सभ्य दुनिया में मानवता के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है और न ही इसके लिए कोई माफी है। आतंकवाद, मानवता का दुश्मन है। आतंकवाद की जड़ें जहाँ कहीं भी हों, उन्हें पूरी तरह से मिटाना होगा। बांग्लादेश और अन्य जगहों पर इन आतंकी समूहों का समर्थन करने वाले मानवता के दुश्मन हैं और हम उनकी भी कड़ी निंदा करते हैं।"
शेख हसीना ने आगे कहा, "हम भारत के लोगों के साथ खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में भारत को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ अपने रुख पर अडिग हैं। हमारा मानना है कि इन आतंकी समूहों की हार से न्याय और मानवाधिकारों की रक्षा होगी और दुनिया सुरक्षित बनेगी।"