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क्या ईरान ने किया परमाणु परीक्षण? इजरायल से जंग के बीच आया 5.1 तीव्रता भूकंप

शनिवार को ईरान और इजरायल के बीच फिर से हमले हुए, एक दिन पहले ईरान ने कहा था कि वह खतरे के बीच अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत नहीं करेगा और यूरोप ने शांति वार्ता को जीवित रखने की कोशिश की।

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Jun 21, 2025
Israel iran War

Israel Iran conflict: 20 जून की रात ईरान के सेमनान प्रांत में 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया, जिसने न केवल स्थानीय लोगों में दहशत फैलाई, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अटकलों को हवा दी। यह भूकंप सेमनान से 27 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आया। भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया। यह भूकंप ऐसे समय में आया, जब ईरान और इजरायल के बीच सैन्य तनाव चरम पर है।

परमाणु परीक्षण की अटकलें तेज

बता दें कि इस भूकंप के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि क्या ईरान ने परमाणु हथियार का परिक्षण किया है? दरअसल, यह भूकंप एक ऐसे शहर के पास आया है जहां अंतरिक्ष और मिसाइल परिसर है। कहा जाता है कि ईरान की सेना द्वारा संचालित सेमनान अंतरिक्ष केंद्र और सेमनान मिसाइल परिसर यहीं स्थित हैं।

दोनों देशों के बीच फिर हुए हमले

यह भूकंप इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच आया है। शनिवार को ईरान और इजरायल के बीच फिर से हमले हुए, एक दिन पहले ईरान ने कहा था कि वह खतरे के बीच अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत नहीं करेगा और यूरोप ने शांति वार्ता को जीवित रखने की कोशिश की।

भूकंप से नहीं हुई कोई हताहत

ईरान की समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक भूकंप से कोई हताहत नहीं हुआ और केवल "मामूली क्षति" हुई। बता दें कि संघर्ष-ग्रस्त यह देश दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय देशों में से एक है, क्योंकि यह अल्पाइन-हिमालयी भूकंपीय बेल्ट के साथ स्थित है, जहाँ अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं।

परमाणु परीक्षण की अटकलों को किया खारिज

इंडिया टुडे के अनुसार, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) और व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि संगठन (सीटीबीटीओ) तथा स्वतंत्र भूकंप विज्ञानियों द्वारा किए गए विशेषज्ञ विश्लेषण ने परमाणु परीक्षण या सैन्य प्रेरित भूकंपों की अटकलों को खारिज कर दिया है।

‘अमेरिका पर कैसे भरोसा कर सकते है’

इसी बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इस बात पर अनिश्चितता व्यक्त की कि क्या ईरान देश के परमाणु कार्यक्रम पर कूटनीतिक वार्ता में संयुक्त राज्य अमेरिका पर भरोसा कर सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि तेहरान पर इजरायली हमलों के बाद ईरान अमेरिका पर भरोसा कर सकता है या नहीं। 

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