Donald Trump: अमेरिका ड्रेगन के खिलाफ ताबड़तोड़ कदम उठा रहा है। डोनल्ड ट्रंप सत्तासीन होने के बाद से ही चीन पर लगातार हमलावर बने हुए हैं। ट्रंप प्रशासन का लगातार दूसरे दिन भी चीन विरोधी रवैया सामने आया है।
Donald Trump : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) ने कहा है कि वह फरवरी से चीनी सामान पर 10 फीसदी टैरिफ (tariffs) लगाने जा रहे हैं। दूसरी ओर ट्रंप प्रशासन की पहली बहुपक्षीय बैठक भी चीन के खिलाफ ही सामने आई है। सत्ता संभालते ही ट्रंप प्रशासन ने चीन ( China) के विरोध में गठित समूह क्वाड की विदेश मंत्री स्तर की पहली बैठक की मेजबानी की है। इस बैठक के बाद एक साझा बयान में क्वाड (Quad) देशों भारत, अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र को मुक्त, स्थिर, समृद्ध, समावेशी और लचीला बनाए रखना होगा और बलपूर्वक किसी भी एकतरफा बदलाव की कार्रवाई का सख्ती से विरोध किया जाएगा।
इस बैठक का अमरीका के नए विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने आयोजन किया, जिसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री इवाया ताकेशी शरीक हुए।
बैठक के बाद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि 'क्वाड बैठक से साफ संदेश दिया गया है कि अस्थिर और संवेदनशील दुनिया में क्वाड एक अच्छी वैश्विक ताकत बना रहेगा।' जयशंकर ने अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वोल्टेज से भी मुलाकात की है।
गौरतलब है कि शपथ लेने के बाद उद्घाटन भाषण में भी ट्रंप ने चीन पर हमला बोला था। ट्रंप ने कहा था कि पनामा कैनाल पर चीन का नियंत्रण स्वीकार नहीं है और वे पनामा नहर पर कब्जा वापस लेंगे। साथ ही ट्रंप ने पहले ही चीन के डब्ल्यूएचओ में दखल के विरोध में डब्ल्यूएचओ से अमेरिकी सदस्यता भी वापस ले ली थी।
ट्रंप के शपथ लेने के एक दिन बाद ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वीडियो कॉल पर बात की है। बताया जा रहा है कि दोनों ने ट्रंप के शपथ के बाद की स्थिति को लेकर बातचीत की और दोनों देशों के करीबी संबंधों पर जोर दिया। बैठक के बाद शी जिनपिंग ने कहा कि दोनों देशों के संबंध अब एक नए स्तर पर हैं।