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विवेक रामास्वामी के DOGE से बाहर निकलने और एलन मस्क व H1-B का क्या है वीज़ा लिंक, जानिए

Vivek Ramaswamy: भारतीय-अमेरिकी नेता की अमेरिकी कार्य संस्कृति की आलोचना की गई है, जहां उन्होंने दावा किया है कि सामान्यता को "उत्कृष्टता से अधिक महत्व दिया जाता है। उन्हें एलन मस्क और प्रमुख रिपब्लिकन हस्तियों दोनों से अलग कर दिया गया है।

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Trump musk and visa

Trump musk and visa

Vivek Ramaswamy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सबसे नए विश्वासपात्र एलन मस्क ने विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) को सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) टीम से उसकी स्थापना के 69 दिन बाद ही बाहर कर दिया है, क्योंकि कथित तौर पर एच1-बी वीजा प्रणाली (H-1B visa) और अमेरिकी पर भारतीय-अमेरिकी नेता की टिप्पणियों पर रिपब्लिकन हलकों में नाराजगी बढ़ रही है। हालांकि रामास्वामी के सहयोगियों ने ओहियो में उनकी गवर्नर बनने की महत्वाकांक्षाओं की ओर इशारा करते हुए उनके पलायन को कम महत्व दिया है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क (Elon Musk) के करीबी सूत्रों का कहना है कि पिछले महीने ट्रंप की चुनावी जीत के बाद देश में एच1-बी वीजा प्रणाली की आलोचना करने वाले ट्वीट्स की भरमार के कारण परेशान टेस्ला सीईओ रामास्वामी को बाहर करना चाहते थे।

विवेक रामास्वामी की H1-B वीज़ा टिप्पणियां

गौरतलब है कि 39 वर्षीय विवेक रामास्वामी ने दिसंबर में वर्तमान एच1-बी प्रक्रिया की फिर से आलोचना की थी, उन्होंने इसे "टूटी हुई लॉटरी प्रणाली" कहा था और इसकी तुलना "गिरमिटिया दासता" से की थी। रामास्वामी ने दिसंबर में ट्वीट किया, "मैं लंबे समय से कहता रहा हूं कि मौजूदा एच-1बी प्रणाली बुरी तरह से खराब हो गई है और इसे खत्म करने की जरूरत है।" उन्होंने लॉटरी-आधारित प्रणाली को योग्यता-संचालित दृष्टिकोण से बदलने का प्रस्ताव दिने के साथ ही जोर देकर कहा कि इसे "सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ" के चयन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

ध्यान रहे कि एच-1बी प्रणाली श्रमिकों के लिए आवश्यक सुरक्षा उपाय प्रदान करती है, जिसमें उचित वेतन और वीजा हस्तांतरण के माध्यम से नियोक्ता बदलने की क्षमता शामिल है। उनकी टिप्पणियां भी खोखली साबित हुईं, क्योंकि उनकी अपनी कंपनी एच-1बी वीजा का लगातार उपयोग करर ही थी , जिसने 29 ऐसे आवेदनों को प्रायोजित किया था।

अमेरिका में आखिर क्या है DOGE

अमेरिका में DOGE (डोज़कॉइन) एक क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे शुरू में एक मज़ाक के तौर पर 2013 में बनाया गया था। इसकी शुरुआत दो इंटरनेट मीम्स और डॉगी नामक कुत्ते से प्रेरित थी, जिसका चित्र आम तौर पर डॉगी मीम्स में इस्तेमाल होता था। इसके बावजूद, DOGE ने एक गंभीर क्रिप्टोकरेंसी के रूप में लोकप्रियता हासिल की है।

डोज़कॉइन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें

डोज़कॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जिससे लेन-देन और डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। डोज़कॉइन की शुरुआत 2013 में सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस और जैक्सन पाल्मर ने की थी। वे इसे एक हल्के-फुल्के प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करना चाहते थे, लेकिन यह जल्दी ही लोकप्रिय हो गया। शुरू में यह अधिकतर टिपिंग (छोटे पैसों के रूप में इनाम देना) और अन्य छोटे लेन-देन के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इसकी सीमित आपूर्ति और धीमी गति के कारण यह बिटकॉइन के मुकाबले एक सस्ती और तेज़ विकल्प के रूप में उभरा। अरबपति व्यवसायी एलन मस्क ने डोज़कॉइन का बहुत अधिक समर्थन किया है, जो इसे एक मज़ेदार और "जनता के लिए" क्रिप्टोकरेंसी के रूप में प्रचारित करते हैं।

असल में DOGE एक डिजिटल मुद्रा

आज डोज़कॉइन की कीमत में अस्थिरता है और यह बाजार में अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम के मुकाबले कम मूल्यवान है, लेकिन इसकी लोकप्रियता बढ़ी है। असल में DOGE एक डिजिटल मुद्रा है जिसे मज़ाक और इंटरनेट संस्कृति से उत्पन्न किया गया, लेकिन यह अब व्यापक रूप से एक गंभीर निवेश और व्यापारिक संपत्ति बन चुकी है। एच-1बी वीजा (H-1B Visa) एक प्रकार का अमेरिकी कार्य वीजा है, जिसे अमेरिकी सरकार विदेशी श्रमिकों को विशेष रूप से उन पेशेवर कार्यों के लिए जारी करती है, जिनमें विशेष शिक्षा या तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है। यह वीजा अमेरिकी नियोक्ताओं को सक्षम बनाता है कि वे विदेशी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से काम पर रखें, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां स्थानीय कार्यबल की कमी हो सकती है।

एच-1बी वीजा के बारे में महत्वपूर्ण बातें

अमेरिका में यह वीजा उन व्यक्तियों के लिए होता है जिनके पास किसी विशेष पेशेवर क्षेत्र (जैसे कि इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान, चिकित्सा, वित्त, विज्ञान, और शिक्षा) में उच्च शिक्षा (बachelor’s degree या समकक्ष) हो। आवेदक को अमेरिकी नियोक्ता से एक पेशेवर नौकरी का प्रस्ताव होना चाहिए। यह सामान्य रूप से, एच-1बी वीजा 3 साल के लिए जारी किया जाता है, लेकिन इसे एक बार और 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है, जिससे कुल अवधि 6 साल तक हो सकती है। कुछ परिस्थितियों में, जैसे ग्रीन कार्ड (स्थायी निवास) के लिए आवेदन प्रक्रिया में हो, तो एच-1बी वीजा और भी लंबा किया जा सकता है।

वीजा प्रायोजन के लिए आवेदन

इसके तहत एच-1बी वीजा धारक केवल उस नियोक्ता के लिए काम कर सकते हैं, जिन्होंने उन्हें वीजा के लिए प्रायोजित किया है। अगर वे नौकरी बदलते हैं, तो नए नियोक्ता को भी वीजा प्रायोजन के लिए आवेदन करना होता है। वीजा धारक को किसी विशेष पेशेवर नौकरी में ही काम करना होता है और यह गैर-प्रोफेशनल नौकरियों के लिए लागू नहीं होता। यूएस में हर साल एच-1बी वीजा के लिए एक निर्धारित सीमा होती है। उदाहरण के लिए आमतौर पर 65,000 सामान्य वीजा और 20,000 वीजा उन व्यक्तियों के लिए होते हैं जिनकी उच्च शिक्षा अमेरिका में हो।

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