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ट्रंप के पूर्व एनएसए ने चेताया, “भारत पर लगाए टैरिफ से अमेरिका को ही होगा नुकसान”

Trump Tariff On India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए टैरिफ के बारे में अब उनके पूर्व एनएसए ने बड़ी बात कही है। इससे ट्रंप की चिंता बढ़ सकती है।

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Aug 09, 2025
जॉन बोल्टन (फोटो - वॉशिंगटन पोस्ट)

भारत (India) और अमेरिका (United States Of America) के बीच 'टैरिफ वॉर' थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत पर 25% टैरिफ और उसके साथ अतिरिक्त 25% टैरिफ, यानी कि कुल 50% टैरिफ लगाया है। इसके साथ ही ट्रंप लगातार भारत को रूस (Russia) से तेल न खरीदने की धमकी भी दे रहे हैं और इस बात से खुश नहीं है कि भारत, उनकी धमकियों के बावजूद भी रूस से तेल खरीद रहा है। कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीज़फायर का क्रेडिट ट्रंप को न देकर उन्हें नाराज़ कर दिया। भारत पर ट्रंप की तरफ से लगाए टैरिफ की काफी आलोचना भी हो रही है, लेकिन इसके बावजूद ट्रंप अपने फैसले से पीछे नहीं हट रहे हैं। इसी बीच ट्रंप के पूर्व एनएसए ने भारत पर लगाए टैरिफ पर बड़ा बयान दिया है।

"भारत पर लगाए टैरिफ से अमेरिका को ही होगा नुकसान"

ट्रंप के पूर्व एनएसए जॉन बोल्टन (John Bolton) ने हाल ही में टैरिफ मामले पर कई इंटरव्यूज़ में बात की। एक इंटरव्यू के दौरान बोल्टन ने कहा, "भारत पर टैरिफ लगाए में ट्रंप की कैलकुलेशन गलत साबित हुई है। उन्होंने भारत पर इसलिए टैरिफ लगाया जिससे भारत्त, रूस से तेल खरीदना बंद कर दे और रूस को नुकसान पहुंचे। हालांकि ट्रंप के इस फैसले से भारत की रूस से नज़दीकी और बढ़ सकती है और साथ ही भारत और चीन के संबंधों में भी सुधार हो सकते हैं। टैरिफ की वजह से भारत अब नए विकल्प ढूंढेगा। भारत का टैरिफ पर काफी नेगेटिव रिएक्शन रहा है, जो अमेरिका के लिए अच्छी बात नहीं है। भारत पर लगाए टैरिफ से अमेरिका को ही नुकसान होगा।"

ट्रंप की धमकियों का भारत-रूस संबंधों पर नहीं होगा असर

भारत ने साफ कर दिया है कई ट्रंप की धमकियों के दबाव में आकर भारत, रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेगा। पीएम मोदी ने कहा है कि भारत, ट्रंप के आगे झुकेगा नहीं। इसी बीच भारतीय एनएसए अजीत डोभाल (Ajit Doval) भी रूस दौरे पर गए और वहाँ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कुछ अन्य शीर्ष रूसी अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान भारत और रूस की तरफ से द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इसके साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के भी जल्द भारत आने पर सहमति बनी। पीएम मोदी और पुतिन ने भी फोन पर बात की और रूस-यूक्रेन युद्ध पर लेटेस्ट अपडेट, द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति, भारत-रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक पार्टनरशिप को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही पीएम मोदी ने इस साल पुतिन के भारत दौरे पर आने और उनकी मेजबानी को लेकर भी उत्साह जताया।

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