अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश के रक्षा मंत्रालय से जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने इसका नाम बदलने का ऐलान किया है।
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने जब से दूसरी बार पदभार संभाला है, तब से वह एक के बाद एक बड़े फैसले ले रहे हैं। हालांकि उनके कई फैसलों की अमेरिका में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी आलोचना हो रही है। इनमें 'टैरिफ वॉर', सरकारी विभागों में छंटनी, शिक्षा विभाग को बंद करना समेत दूसरे कई फैसले शामिल हैं। अब ट्रंप ने एक और बड़ा फैसला लिया है, जो देश के रक्षा मंत्रालय से जुड़ा हुआ है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने देश के रक्षा मंत्रालय (Department Of Defense), जिसे आमतौर पर पेंटागन (Pentagon) के नाम से भी जाना जाता है, का नाम बदलने का फैसला लिया है। ट्रंप ने इसका नाम बदलकर 'युद्ध विभाग' (Department Of War) करने का ऐलान किया है।
ट्रंप, आज, शुक्रवार, 5 सितंबर को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए रक्षा मंत्रालय का नाम बदलकर 'युद्ध विभाग' करेंगे। ट्रंप ने अपनी घोषणा में इस बात की जानकारी दी।
ट्रंप के इस कदम का उद्देश्य अमेरिकी सैन्य शक्ति को और ज़्यादा आक्रामक और शक्तिशाली छवि देना है। ट्रंप और अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ (Pete Hegseth) का मानना है कि 'रक्षा विभाग' नाम बहुत नरम और रक्षात्मक है, जबकि 'युद्ध विभाग' नाम सैन्य ताकत और 'योद्धा संस्कृति' को बेहतर ढंग से दर्शाता है। ट्रंप का यह भी मानना है कि 'रक्षा' शब्द सिर्फ रक्षात्मक रुख को दर्शाता है, जबकि अमेरिका को रक्षा के साथ-साथ आक्रामक क्षमता पर भी ध्यान देना चाहिए।