Donald Trump inauguration: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह के दिन क्या होता है और इस वर्ष इसमें कौन भाग ले रहा है? तारीख और समय कैसे तय किया जाता है? और चुनाव और शपथ ग्रहण के बीच इतना अंतर क्यों है? आइए जानें।
Donald Trump inauguration : डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण (Swearing-in ) करेंगे। ट्रंप 1955 में अपनी मां की ओर से दी गई एक बाइबिल (Bible) और 1861 में अब्राहम लिंकन के शपथ ग्रहण समारोह में इस्तेमाल की गई मखमली जिल्द वाली लिंकन बाइबिल से शपथ ग्रहण ( Inauguration) करेंगे। समारोह में डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व राष्ट्रपतियों के अलावा, वाशिंगटन डीसी में 200,000 से अधिक लोगों के मौजूद रहने की उम्मीद है। अरबपति अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क ट्रंप प्रशासन का हिस्सा होंगे और मार्क जकरबर्ग और जेफ बेजोस भी शामिल हो सकते हैं।
ध्यान रहे कि यह समारोह यूएस कैपिटल में आयोजित किया जाएगा, चुनाव में हार के बाद डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों ने जहां चार साल पहले 2020 में हमला किया था। व्हाइट हाउस में उनकी वापसी अमेरिका के 200 से अधिक वर्षों के इतिहास में एक अन्य मामले में जरा जुदा है। ट्रंप सत्ता में आने वाले दूसरे राष्ट्रपति हैं, दूसरी बार चुनाव हारे और फिर जीते। सन 1800 के दशक के अंत में ग्रोवर क्लीवलैंड ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति थे।
ट्रंप के पिछले कार्यकाल (2017 से 2021) में कई काम पहली बार हुए। इनमें से कुछ मामले अमेरिकी लोकतंत्र का प्रमुख हिस्सा बन गए हैं। ट्रंप ने सन 2020 में जोर देकर कहा कि उन्होंने चुनाव जीता है, जो बाइडन नहीं जीते। उन्होंने बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत नहीं की थी, जो सत्ता के औपचारिक हस्तांतरण का प्रतीक है और वे 150 वर्षों में ऐसा करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए।
अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह ऐतिहासिक रूप से कुछ नियमों पर आधारित रहे हैं और बड़े पैमाने पर परंपरा के माध्यम से विकसित हुए हैं। संविधान में 1933 के संशोधन के बाद, ये 20 जनवरी (या 21 जनवरी यदि 20 तारीख रविवार है) को आयोजन किया जाता है, जिसमें दोपहर के समय आधिकारिक शपथ दिलाई जाती है। शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति चुनाव के दो महीने से अधिक समय बाद आयोजित किया जाता है।
यूएस में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में होते हैं और मतदान के तुरंत बाद परिणाम आ जाता है। कुछ ही दिनों में, निवर्तमान राष्ट्रपति निर्वाचित राष्ट्रपति को नेता को बधाई देने और परिवर्तन प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए व्हाइट हाउस में आमंत्रित करते हैं।
हालांकि, यह केवल अमेरिकी मतदाता ही नहीं बल्कि इलेक्टोरल कॉलेज नामक निकाय के सदस्य भी होते हैं, जो परिणाम तय करते हैं। प्रत्येक अमेरिकी राज्य को "निर्वाचकों" का हिस्सा मिलता है, जिन्हें दिसंबर में आधिकारिक मतदान में अपने राज्य के मतदाताओं की पसंद बतानी होती है। कुल 538 चुनावी वोटों में से एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 270 वोटों की जरूरत होती है। अमेरिकी कांग्रेस अगले साल जनवरी में इस वोट को प्रमाणित करती है और उसी महीने शपथ ग्रहण होता है। संक्रमण काल में भी गतिविधियों की सुगबुगाहट देखी जाती है, जहां निर्वाचित राष्ट्रपति अपने आगामी प्रशासन के लिए राजनीतिक नियुक्तियां करने की प्रक्रिया शुरू करते हैं।
ट्रंप ने 16 जनवरी तक प्रमुख भूमिकाओं के लिए 102 नामांकित व्यक्तियों को चुना है। इनमें से कई, जैसे रक्षा सचिव चुने गए पीट हेगसेथ पहले ही विवादों में रह चुके हैं। पिछले सप्ताह सीनेट के डेमोक्रेटिक सदस्यों ने उनसे पूछताछ की थी और जल्द ही इस पद पर उनकी पुष्टि के लिए उन्हें मतदान का सामना करना पड़ेगा। दूसरी ओर, कहा जाता है कि ट्रंप के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ़ ने हाल ही में हस्ताक्षरित इज़राइल-हमास शांति समझौता कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हर चार साल में होने वाले शपथ समारोह पर संयुक्त कांग्रेस समिति (जेसीसीआईसी) इस कार्यक्रम की मेजबानी करती है। यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस को सुरक्षा के लिए जिम्मेदार प्राथमिक संघीय इकाई के रूप में नामित किया गया है। इस बार दिन अनुमानित 11 डिग्री तापमान के कारण समारोह यूएस कैपिटल की सीढ़ियों से हटा कर रोटुंडा - इमारत के केंद्र में होगा। मौसम के कारण आखिरी बार ऐसा 1985 में रोनाल्ड रीगन के दूसरे उद्घाटन समारोह में हुआ था।
इस ऐतिहासिक दिन की शुरुआत ऐतिहासिक सेंट जॉन्स चर्च में एक सर्विस के साथ होगी, इसके बाद व्हाइट हाउस में बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ट्रंप और आने वाली प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप की मेजबानी करने के साथ चाय का आनंद लेंगे। इसके बाद संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।
नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति जेडी वेंस शपथ लेंगे। उनके बाद ट्रंप शपथ ग्रहण भाषण देंगे। बाद में, राष्ट्रपति के कक्ष में, ट्रंप नामांकन और कभी-कभी ज्ञापन, उद्घोषणा या कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने के लिए सहयोगियों और कांग्रेस के सदस्यों के साथ एकत्रित होंगे।
इस मौके पर एक औपचारिक लंच का भी आयोजन किया जाता है। आखिर में कैपिटल बिल्डिंग से पेंसिल्वेनिया एवेन्यू के नीचे व्हाइट हाउस तक एक परेड होती है, जिसमें औपचारिक सैन्य रेजिमेंट, नागरिकों के समूह और मार्चिंग बैंड शामिल होते हैं। इस बार कार्यक्रम होने की वजह से परेड 20,000 सीटों वाले कैपिटल वन एरेना में होगी।
शपथ ग्रहण समारोह का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा निर्वाचित राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण है और यह अमेरिकी संविधान में उल्लिखित दिन का हिस्सा है। शपथ का पाठ 1884 से वही बना हुआ है: "मैं गंभीरता से शपथ लेता हूं (या पुष्टि करता हूं) कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यालय को ईमानदारी से निष्पादित करूंगा, और अपनी सर्वोत्तम क्षमता से अमेरिका के संविधान के अनुरूप इसका संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा।"
शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर ट्रंप और वेंस दोनों बाइबिल पर हाथ रखेंगे, यह एक अनुष्ठान शपथ का एक अभिन्न अंग बन गया है। व्हाइट हाउस हिस्टोरिकल एसोसिएशन का कहना है, “जॉर्ज वाशिंगटन ने बाइबल पर हाथ रख कर पद व गोपनीया की शपथ ली थी और लगभग सभी अन्य राष्ट्रपतियों ने भी इसका अनुसरण किया है। अधिकतर लोग एक विशेष पारिवारिक बाइबिल का उपयोग करते हैं, और इसे ऐसे अंश के लिए खुला रखते हैं जिसका उनके लिए विशेष अर्थ होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश परंपरागत रूप से शपथ दिलाते हैं।