Electricity: बंदर की वजह से पूरे देश को इन दिनों बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. वहीं विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर समस्याओं का निपटारा जल्द नहीं किया गया तो पूरे देश में इतनी लंबी बिजली कटौती एक आम बात हो जाएगी।
Blackout in Sri lanka: भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में एक बंदर की वजह पूरे देश की बिजली कट गई। दो दिन से कुछ एक इलाकों को छोड़कर पूरे देश में बिजली कटौती जारी है। वहीं अब इस कटौती के (Electricity in Sri Lanka) शुक्रवार तक रहने की खबर सामने आई है। वहीं बिजली कटौती के जिम्मेदार ठहराए गए बंदर की मौत हो गई है। श्रीलंका के पनादुरा पावर स्टेशन के पास बंदर का शव मिला है। डेली मिरर ने श्रीलंका के सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (CEB) के अधिकारियों की दी जानकारी का हवाला देते हुए कहा है कि देश के नोरोचचोलाई पावर प्लांट की मरम्मत होने और उसे मुख्य ग्रिड से जोड़ने तक श्रीलंका के कई जिलों में (Sri Lanka energy grid failure by a monkey) कम से कम शुक्रवार, 14 फरवरी तक बिजली कटौती की जा सकती है।
बता दें कि श्रीलंका के विद्युत एवं ऊर्जा मंत्री कुमार जयकोडी (Sri Lanka Energy Minister) ने ब्लैकआउट के लिए एक बंदर को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि ये बंदर पनादुरा पावर स्टेशन में ट्रांसमिशन लाइन से टकरा गया था। हालांकि मंत्री का दावा सच निकला, बंदर का शव साइट के पास ही पाया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक कोयला बिजली संयंत्र की मरम्मत की जा रही है। हालांकि शुक्रवार के बाद भी इस पूरे सप्ताह कटौती की संभावनाएं जताई जा रही हैं। CEB ने मंगलवार को श्रीलंका के कई जिलों में एक घंटे और 30 मिनट की बिजली कटौती जारी कर दी है। हालांकि, CEB सूत्रों ने रिपोर्ट में कहा है कि प्लांट को ग्रिड से वापस जोड़ने के लिए कम से कम 5 दिन की जरूरत है।
दूसरी तरफ रविवार को हुए देशव्यापी ब्लैकआउट के कारणों की जांच जारी है इसकी विद्युत एवं ऊर्जा मंत्रालय ने जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है। इधर इंजीनियर्स का कहना है कि राष्ट्रीय ग्रिड को तुरंत अपडेट करने की जरूरत है और रविवार के ब्लैकआउट के बाद सरकार और CEB में इस समस्या के समाधान के लिए बैठकें शुरू हो गई हैं।
श्रीलंका में इतनी लंबी बिजली कटौती को लेकर सरकार को विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि पूरे सिस्टम और ताप विद्युत संयंत्रों के साथ-साथ जल विद्युत संयंत्रों और एक मजबूत ग्रिड के साथ उन्नत करने के लिए तुरंत प्रभावी कदम नहीं उठाए तो पूरे देश भर में बिजली कटौती एक आम बात हो जाएगी, और पूरा देश अंधेरे में डूब जाएगा।