7 अक्टूबर 2023 को हमास ने नोवा संगीत समारोह से ओफिर ज़ारफ़ाती को अगवा कर गाज़ा में हत्या कर दी। गुरुवार को परिवार ने तीसरी बार दफनाया। मां रोते हुए बोलीं कि ओफिर, तीसरी बार अलविदा कह रही हूं।
7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने एक इजराइल युवक ओफिर जारफाती को एक संगीत समारोह से अगवा कर लिया था। बंधक बनाने के बाद, उसे गाजा लेकर चले गए थे। जहां जारफाती की बेहरमी से हत्या कर दी गई।
अब उनके परिवार ने गुरुवार को इजराइल में तीसरी बार उन्हें दफनाया है। जारफाती की मां अपने बेटे को दफनाते हुए फफक पड़ीं। इस दौरान कहा कि ओफिर, एक बार फिर मुझे तुम्हें अलविदा कहना पड़ रहा है। तीसरी बार।
बंधक की मां रिशेल जारफाती ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि इस दुनिया में ऐसा कोई दर्द नहीं है, जिसकी तुलना ऐसी किसी चीज से की जा सके। दुनिया में ऐसी कोई मां नहीं होगी, जो अपने बेटे की खुली कब्र पर तीन बार खड़ी हो।
बता दें कि जब जारफाती को बंधक बनाया गया था, तब उनकी उम्र 27 साल थी। उनके साथ, दक्षिणी इजराइल में पकड़े गए 250 अन्य बंधकों को भी गाजा ले जाया गया था।
जारफाती की कैद में ही मौत हो गई। इजराइली सैनिक दिसंबर 2023 में उनके शरीर का कुछ हिस्सा वापस लेकर आए। जिससे उनके परिवार को अंतिम संस्कार करने का मौका मिला।
मार्च 2024 में उनके और अवशेष बरामद किए गए। उन्हें घर वापस लाकर एक और अंतिम संस्कार किया गया। लेकिन यह कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। अगस्त 2024 में, हमास ने जीवित बचे बंधकों के परिवारों को डराने के लिए जारफती के शरीर की एक तस्वीर जारी की।
फिर इस हफ्ते, उन्होंने समझौते के तहत उनके अन्य अवशेषों को भी वापस भेज दिया। जिसके बाद, उनके परिवार ने तीसरी बार जारफाती का अंतिम संस्कार किया।
जारफाती के अवशेषों को दफनाने के बाद उनकी मां ने गुरुवार को कहा कि मेरा दिल अब इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है। हर बार, यह फिर से फट जाता है, मानो दो साल भी नहीं बीते हों। आत्मा चीखती है, क्योंकि इस दर्द से बचने के लिए कहीं और जगह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने ऐसा किया, जिन्होंने अपहरण किया, जो दुनिया से बार-बार झूठ बोलते रहते हैं, उन्होंने न केवल ओफिर की हत्या की, बल्कि वे उसकी स्मृति को कुचलना जारी रखे हुए हैं, खेल खेलने के लिए शवों का उपयोग कर रहे हैं, मानो जो कुछ उन्होंने हमसे पहले ही ले लिया है वह पर्याप्त नहीं है।