गूगल (Google) के मेगा इवेंट ‘गूगल आइ/ओ’ में कंपनी के CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने प्रोजेक्ट एस्ट्रा को कई तालों की चाबी बताते हुए कहा कि यह यूजर्स के सवालों के जवाब रियल टाइम में देगा। रियल टाइम में ही यह यूजर्स से बात भी कर सकता है। एस्ट्रा (Astra) को मोबाइल ऐप या वेब के जरिए एक्सेस किया जा सकता है।
OpenAI के ‘GPT-4O’ की लॉन्चिंग के एक दिन बाद बुधवार को गूगल ने अपना प्रोजेक्ट एस्ट्रा (Google Astra) पेश कर दिया। इस टूल के जरिए आपका मोबाइल फोन न सिर्फ आसपास की चीजों को देख सकेगा, बल्कि पूछने पर फौरन यह भी बता देगा कि कौन-सी चीज कहां रखी है। गूगल (Google) के मेगा इवेंट ‘गूगल आइ/ओ’ में कंपनी के CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने प्रोजेक्ट एस्ट्रा को कई तालों की चाबी बताते हुए कहा कि यह यूजर्स के सवालों के जवाब रियल टाइम में देगा। रियल टाइम में ही यह यूजर्स से बात भी कर सकता है। एस्ट्रा (Astra) को मोबाइल ऐप या वेब के जरिए एक्सेस किया जा सकता है।
गूगल के इस इवेंट के दौरान एक वीडियो दिखाया गया। इसमें फोन का कैमरा ऑन है और एस्ट्रा से पूछा जा रहा है कि स्पीकर कहां है? एस्ट्रा सही जवाब देता है। फिर स्पीकर के ट्वीटर पर लाइन खींचकर पूछा जाता है कि यह क्या है? एस्ट्रा (Google Astra) बताता है कि यह स्पीकर का ट्वीटर है। गूगल का कहना है कि एस्ट्रा टूल ठीक उसी तरह दुनिया को देखता है, जैसे हम देखते हैं।
अगर आप एस्ट्रा की मदद से कोई वीडियो बनाते हैं तो यह वीडियो में दिख रही सभी चीजों को याद रखेगा। यह भी याद रखेगा कि कोई चीज किस जगह रखी है। अगर आप किसी चीज को कहीं रखकर भूल जाते हैं तो एस्ट्रा उस तक पहुंचने में मदद करेगा। गूगल के मुताबिक एस्ट्रा आपसे किसी दोस्त या रिश्तेदार की तरह बात करता है। यह बहुत फास्ट टूल है। सवाल पर फौरन जवाब देता है।
सुंदर पिचाई का कहना है कि एस्ट्रा रियल टाइम में टेक्स्ट, ऑडियो या वीडियो के जरिए बातचीत कर सकता है। गूगल जैमिनी एआइ पर आधारित यह टूल गूगल लेंस के साथ इंटिग्रेट किया गया है। यह वीडियो फ्रेम्स को इनकोड कर उससे जुड़ी सभी जानकारी दिखा सकता है। गूगल ने इसके जरिए चीजों को नेचुरल दिखाने के लिए अपने नए एआइ में कई बदलाव किए हैं।