Israel-Hamas Ceasefire: इज़रायल और हमास के बीच हुई सीज़फायर डील के तहत हमास ने पहली तीन महिला बंधकों को रिहा कर दिया है।
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच 7 अक्टूबर, 2023 को जो युद्ध शुरू हुआ था, उस पर आखिरकार सीज़फायर (Ceasefire) लागू हो गया है। रविवार को इस युद्ध पर सीज़फायर लागू हो गया। हालांकि इज़रायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) में सीज़फायर लागू होने में तीन घंटे की देर लगी, लेकिन दोनों पक्षों के एक-दूसरे की शर्तों को मानने पर यह सीज़फायर सफलतापूर्वक लागू हो पाया। सीज़फायर में देरी की वजह हमास के द्वारा रिहा करने वाले बंधकों की लिस्ट शेयर करने में देरी रही। लेकिन हमास के इस लिस्ट को शेयर करने के बाद सीज़फायर भी लागू हो गया। इसके साथ ही इज़रायल ने तीन बंधकों को रिहा कर दिया।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध-विराम लागू होने का आधार इज़रायली बंधकों को रिहा करने से जुड़ा हुआ है। इसी कड़ी में हमास ने 471 दिनों बाद तीन इजरायली महिलाओं को छोड़ दिया है। रिहा हुई महिलाओं के नाम भी सामने आ गए हैं। इनमें 24 साल की रोमी गोनेन (Romi Gonen), 28 साल की एमिली डमारी (Emily Damari) और 31 साल की डोरोन स्टीनब्रेचर (Doron Steinbrecher) शामिल हैं।
इज़रायली डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) के प्रवक्ता डेनियल हगारी (Daniel Hagari) ने कहा कि लगातार किए गए प्रयासों की वजह से 471 दिनों बाद तीन महिला बंधकों को हमास के कैद से छुड़वा दिया गया है। डेनियल ने तीनों महिलाओं और उनके परिवार को सलाम भी किया। जानकारी के लिए बता दें कि इज़रायल और हमास के बीच में जो समझौता हुआ है, उसके तहत हर सप्ताह तीन से चार कैदियों को ऐसे ही छोड़ा जाएगा।
हमास का कहना है कि यह युद्ध-विराम तभी सफल रहेगा जब दोनों ही पक्ष हर बात को मानेंगे और नियम अनुसार चलेंगे। समझने वाली बात यह है कि युद्ध-विराम होने के बाद भी अभी तक वो सभी समझौते सामने नहीं आए हैं जिसका पालन होना है। अटकलें तो कई तरह की लगी हैं, लेकिन आधिकारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है। कतर, मिस्र और अमेरिका के प्रयासों की वजह से यह युद्ध-विराम लागू हो पाया है। कहा जा रहा है कि अब जंग पूरी तरह रुक जाएगी।
वैसे जिन महिलाओं को हमास ने अब रिहा किया है, उनकी कहानी खासा भावुक करने वाली है। ब्रिटिश-इजरायली एमिली ने 7 अक्टूबर, 2023 को अपनी दो अंगुली गंवा दी थी। हमास की गोलीबारी में वह पूरी तरह जख्मी हो गई थी। अब 471 दिनों बाद उनकी मुलाकात अपनी माँ से हुई है। इसी तरह डोरोन और रोमी का भी अपने परिवार के साथ रीयूनियन हुआ है।
हमास जब इन तीनों औरतों को रिहा कर रहा था, तब उसने तीनों औरतों को यादगार के तौर पर तोहफे में एक-एक बैग दिया। हमास की तरफ से जारी वीडियो में देखा गया कि इज़रायली महिलाएं रिहा होने के बाद जैसे ही गाड़ी में बैठीं, तो हमास के लोगों ने उन्हें भूरे रंग का कागज का बैग दिया। इज़रायली महिलाओं ने मुस्कुराते हुए ये बैग खुशी से स्वीकार कर लिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन बैग्स में हमास ने इज़रायली महिलाओं को तोहफे में ग्रेजुएशन का सर्टिफिकेट, अरबी भाषा के सर्टिफिकेट, फिलिस्तीन का नक्शा और कैद के दौरान उनकी तस्वीरें हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार हमास ने कुल 251 लोगों को अपना कैदी बनाया था। उनमें से 40 की मौत हो गई और 117 को अभी तक बचाया गया है।