Israel-Hamas War: हमास भी गाज़ा में युद्धविराम चाहता है लेकिन इसके लिए उसे इज़रायल पर भरोसा नहीं है। ऐसे में हमास को इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गारंटी चाहिए।
इज़रायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच चल रहे युद्ध को 2 साल पूरे हो गए हैं और अभी भी गाज़ा में तबाही का सिलसिला खत्म नहीं हुआ है। इस युद्ध को रुकवाने के लिए अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने युद्धविराम प्रस्ताव पेश किया है, जिस पर बातचीत अब तेज़ हो गई है। हमास ने इस प्रस्ताव की कुछ शर्तें मान ली हैं, लेकिन हथियार डालने और अपने बहिष्कार से जुड़ी शर्तों पर सहमति नहीं जताते हुए बातचीत की इच्छा जताई है। इस मामले पर हमास और इज़रायल के प्रतिनिधियों में मध्यस्थों की मौजूदगी में बातचीत भी शुरू हो गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भरोसा जताया है कि गाज़ा में जल्द ही शांति होगी। वहीं हमास ने इस मामले में ट्रंप से गारंटी मांगी है। सिर्फ ट्रंप ही नहीं, बल्कि हमास इस युद्धविराम प्रस्ताव के प्रायोजक देशों कतर (Qatar), मिस्र (Egypt) और संभवतः तुर्की (Turkey) से भी लिखित गारंटी चाहता है कि समझौते को स्वीकार करने के बाद युद्ध खत्म हो जाएगा और फिर नहीं होगा।
हमास के प्रतिनिधि ने साफ कर दिया है कि हमास को इज़रायल पर भरोसा नहीं है। हमास के प्रतिनिधि ने कहा कि इतिहास पर गौर किया जाए, तो इज़रायल पहले भी कई बार अपना वादा तोड़ चुका है और इस युद्ध के दौरान भी दो बार उसने ऐसा किया है।
हमास, कैदियों की अदला-बदली पर चल रही बातचीत के तहत एक इज़रायली जेल से कई हाई-प्रोफाइल फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई चाहता है, जिनमें मारवान बरगौती भी शामिल है। बरगौती 2002 से इज़रायली जेल में बंद है।