Hong Kong Fire: हॉन्ग कॉन्ग की इमारतों में लगी भीषण आग से हाहाकार मच गया। देश के इतिहास में यह इस तरह का दूसरा सबसे भयावह मामला था। इस वजह से अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है।
हॉन्ग कॉन्ग (Hong Kong) में बुधवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। ताई पो (Tai Po) जिले में वांग फुक कोर्ट (Wang Fuk Court) नाम वाले करीब 2,000 फ्लैटों वाले आवासीय परिसर में अचानक भीषण आग लग गई। 1980 के दशक में बने इस परिसर में नवीनीकरण का काम चल रहा था और इसी दौरान आग भड़क उठी। इस आग ने 8 में से 7 इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे चीखपुकार मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
इस हादसे में पहले 44 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। अब मरने वालों की संख्या 55 हो गई है। 51 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया और 4 अन्य लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
इस हादसे में 123 लोग घायल हो गए। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। इनमें से 45 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस हादसे के बाद 250 से ज़्यादा लोग अभी भी लापता हैं। सर्च एंड रेस्क्यू टीम लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। कई लोगों के अभी भी इमारतों में फंसे होने की आशंका है। हालांकि सर्च ऑपरेशन में काफी परेशानी आ रही है।
7 इमारतों में लगी आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने के बाद आसमान में धुएं का गुबार छा गया, जो काफी दूर से देखने पर भी नज़र आ रहा था। लोगों ने बताया कि उन्होंने ऐसा खतरनाक नज़ारा पहले कभी नहीं देखा।
हॉन्ग कॉन्ग की इमारतों में भीषण आग कैसे लगी, इस बात की जांच जारी है। अभी तक सही कारण का पता नहीं चला है। पुलिस ने नवीनीकरण का काम कर रही कंपनी के 3 अधिकारियों को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया है।