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पाकिस्तान-सऊदी अरब रक्षा समझौते पर भारत ने कही बड़ी बात: क्या बदलेगा इंडिया का रुख ?

India reaction on Saudi-Pakistan defense deal: सऊदी और पाकिस्तान के रक्षा समझौते को लेकर भारत ने संतुलित और शांत प्रतिक्रिया दी है।

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Sep 19, 2025
पाकिस्तान-सऊदी अरब रक्षा समझौते पर भारत की प्रतिक्रिया। (फोटो: X Handle Anjana/ANI.)

India reaction on Saudi-Pakistan defense deal: सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हाल ही में एक नया रक्षा सहयोग समझौता (India reaction on Saudi-Pakistan defense deal) हुआ है। इसके तहत दोनों देशों ने सुरक्षा, प्रशिक्षण और रक्षा मामलों में आपसी सहयोग आगे बढ़ाने की बात (MEA statement on Saudi Pakistan defense pact) कही है। इस घटनाक्रम को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने अपनी ओर से प्रतिक्रिया दी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस समझौते पर शांत और संतुलित प्रतिक्रिया (India foreign policy on Pakistan Saudi Arabia) दी है। मंत्रालय ने कहा कि हर देश को अपनी सुरक्षा से जुड़े निर्णय लेने का अधिकार है। भारत, किसी भी देश के द्विपक्षीय समझौते में हस्तक्षेप नहीं करता।

भारत की प्राथमिकता: क्षेत्रीय शांति और स्थिरता

विदेश मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का पक्षधर है। भारत का मानना है कि इस तरह के समझौते देशों के बीच सहयोग बढ़ाने में मदद करते हैं। भारत इस समझौते को सामान्य कूटनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा मानता है।

पाकिस्तान को लेकर भारत की सतर्कता जारी

हालांकि, भारत ने यह भी दोहराया कि वह पाकिस्तान के साथ सीमा और सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहता है। भारत की प्राथमिकता अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाए रखना है, और वह इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाता रहेगा।

सऊदी अरब से भारत के रिश्ते मजबूत

सऊदी अरब के साथ भारत के राजनयिक और आर्थिक संबंध पहले से ही काफी मजबूत हैं। विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि इस नए रक्षा समझौते से भारत-सऊदी अरब संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

भारत की विदेश नीति का मूल मंत्र

भारत की विदेश नीति का मुख्य उद्देश्य विकास, सुरक्षा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व है। भारत किसी भी हाल में अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हर स्थिति का संतुलित और रणनीतिक तरीके से जवाब देगा।

समझौते का क्षेत्रीय प्रभाव

सऊदी और पाकिस्तान के बीच यह रक्षा समझौता मुख्य रूप से सैन्य सहयोग और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए है। भारत इस समझौते को किसी खतरे या चुनौती के रूप में नहीं देख रहा, बल्कि इसे सामान्य राजनयिक प्रक्रिया मानता है।

भारत अपने हितों की रक्षा करेगा

बहरहाल भारत ने सऊदी-पाकिस्तान रक्षा समझौते को लेकर कोई विरोध या चिंता नहीं जताई है। भारत की नीति साफ है — वह अपने हितों की रक्षा करेगा, क्षेत्रीय शांति को प्राथमिकता देगा और हर चुनौती के लिए तैयार रहेगा।

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