India-US Trade Deal: जीटीआरआई ने भारत-अमेरिका ट्रेड डील में सबसे बड़ी बाधा के बारे में जानकारी दी है। क्या है पूरा मामला? आइए नज़र डालते हैं।
भारत (India) और अमेरिका (United States Of America) के बीच ट्रेड डील पर दुनियाभर की नज़रें टिकी हुई हैं। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से ही दोनों देश, ट्रेड डील के लिए एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं। बातचीत के कई दौर होने के बाद भी अभी तक कामयाबी नहीं मिली है। कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। इसी बीच भारत स्थित व्यापार-केंद्रित थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव - जीटीआरआई (Global Trade Research Initiative - GTRI) ने इस मामले पर बड़ा अपडेट दिया है।
दिल्ली में आज भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है। भारत की तरफ से राजेश अग्रवाल और अमेरिका की तरफ से ब्रेंडन लिंच इस बातचीत में शामिल हुए हैं। इसी बीच जीटीआरआई ने दोनों देशों के बीच ट्रेड डील में सबसे बड़ी चुनौती के बारे में बताया है। जीटीआरआई के अनुसार जब तक अमेरिका की तरफ से भारत पर रूसी तेल की खरीद पर लगाए अतिरिक्त 25% टैरिफ को वापस नहीं लिया जाता, तब तक इसमें कामयाबी नहीं मिलेगी।
जीटीआरआई के अनुसार अमेरिका, भारत के साथ ट्रेड डील करने के लिए बेताब दिख रहा है। लेकिन ट्रंप प्रशासन के कई अधिकारी आए दिन भारत के बारे में फालतू की बातें करने से पीछे नहीं रहते।
जीटीआरआई ने सरकार को सुझाव दिया है कि भारत को कृषि और डेयरी के मुद्दे पर दृढ़ रहना चाहिए। यह व्यापारिक मुद्दा नहीं, बल्कि करोड़ों किसानों की आजीविका का मामला है।