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भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन के विदेश मंत्री से की मुलाकात, कहा – “मुश्किल दौर से आगे बढ़ना चाहते हैं, लेकिन पारस्परिक सम्मान ज़रूरी”

Jaishankar-Yi Meeting: चीन के विदेश मंत्री वांग यी का दो दिवसीय भारत दौरा शुरू हो चुका है। सोमवार को उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने अहम विषयों पर द्विपक्षीय मीटिंग भी की।

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Aug 19, 2025
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चाइनीज़ विदेश मंत्री वांग यी (फोटो - जयशंकर के सोशल मीडिया से)

चीन (China) के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi), सोमवार को दो दिवसीय दौरे पर भारत (India) आए। एयरपोर्ट पर चाइनीज़ विदेश मंत्री का स्वागत करने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया प्रभाग के संयुक्त सचिव गौरांगलाल दास (Gourangalal Das) पहुंचे। एयरपोर्ट से यी, दिल्ली के हैदराबाद भवन पहुंचे और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) से मुलाकात की। दोनों के बीच अहम विषयों पर द्विपक्षीय मीटिंग भी हुई, जिसमें भारत और चीन के प्रतिनिधिमंडल दल के सदस्य भी मौजूद रहे।

"मुश्किल दौर से आगे बढ़ना चाहते हैं, लेकिन आपसी सम्मान ज़रूरी"

जयशंकर और यी की द्विपक्षीय मीटिंग के दौरान दोनों ने कई अहम विषयों पर चर्चा की। जयशंकर ने कहा, "हमने इस बात पर ज़ोर दिया कि हमारे संबंध तीन परस्पर मूल्यों - पारस्परिक सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और पारस्परिक हित, द्वारा सर्वोत्तम रूप से निर्देशित होते हैं। हम अपने संबंधों के कठिन दौर से आगे बढ़ना चाहते हैं, इसलिए दोनों देशों की ओर से एक स्पष्ट और रचनात्मक दृष्टिकोण की ज़रूरत है। हमारे बीच आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों, तीर्थयात्राओं, लोगों के बीच संपर्क, नदी डेटा साझाकरण, सीमा व्यापार, संपर्क और द्विपक्षीय आदान-प्रदान पर उपयोगी बातचीत हुई। वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान हुआ। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत से भारत और चीन के बीच एक स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी संबंध स्थापित करने में मदद मिलेगी।"

चीन साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार

जयशंकर द्विपक्षीय मीटिंग पर यी ने कहा, "हमने दोनों देशों के बीच आपसी हस्तक्षेप को दूर करने, सहयोग को बढ़ाने जैसे विषयों पर बातचीत की। इसके लिए हम भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं। भारत और चीन के बीच संबंधों के विकास को बढ़ावा देना दोनों देशों के हित में है।"

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