विदेश

अगर खामेनेई को हटाया या सद्दाम हुसैन की तरह मार डाला गया तो कौन होगा ईरान का सुप्रीम पॉवर ,ये 5 हैं दावेदार

Iran Supreme Leader Successor: इजराइल के रक्षा मंत्री ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई की हत्या की धमकी दी है, जिससे ईरान में सत्ता संघर्ष तेज हो गया है।

3 min read
Jun 18, 2025
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई। फोटो: पत्रिका

Iran Supreme Leader Successor: ईरान और इजराइल की जंग और ईरान के सर्वोच्च नेता (Iran Supreme Leader) अयातुल्ला खामेनेई ( Ayatollah Khamenei) की सत्ता से विदाई की अटकलों के बीच उत्तराधिकार की बहस तेज हो गई है। मोजतबा खामेनेई समेत 5 नामों को अगला सर्वोच्च नेता माना जा रहा है। इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का भी वही हश्र हो सकता है, जो इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन (Saddam Hussain) का हुआ था, जिन्हें अमेरिका के नेतृत्व वाले आक्रमण में अपदस्थ कर दिया गया था और मुकदमे के बाद 2006 में फांसी दे दी गई थीं। इजराइल की धमकियों पर प्रतिक्रिया देते हुए अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि ईरान कोई दया नहीं दिखाएगा। अगर धमकियां सच साबित होती हैं, तो उनके बाद अगला नंबर किसका होगा।

नेतन्याहू ने दी है अयातुल्ला अली खामेनेई को खुलेआम हत्या की धमकी

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में एक साक्षात्कार में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को खुलेआम हत्या की धमकी दी थी, तथा कहा था कि उनकी हत्या से संभवतः दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव का अंत हो जाएगा।

खामेनेई का भी वही हश्र हो सकता है जो सद्दाम हुसैन का हुआ था: काट्ज़

इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने भी इसी तरह की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि खामेनेई का भी वही हश्र हो सकता है जो पूर्व इराकी नेता सद्दाम हुसैन का हुआ था ।

खामेनेई का ठिकाना पता है और वह उन्हें "खत्म कर सकता है : ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जी 7 शिखर सम्मेलन से निकलने के कुछ ही घंटों बाद ईरान के नेतृत्व के खिलाफ़ सख्त चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का सटीक ठिकाना पता है और वह उन्हें "खत्म कर सकता है", लेकिन वह ऐसा नहीं करने का फैसला कर रहा है - "कम से कम अभी तो नहीं"। इसका मतलब यह है कि अमेरिका खामेनेई को भी सददाम हुसैन की तरह मारने का इरादा रखता है। अगर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को हटा देता है तो उनकी जगह कौन लेगा?

हमारा देश दुश्मन देश के शासकों पर कोई दया नहीं दिखाएगा : खामेनेई

उधर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल की धमकियों को पर पलटवार करते हुए बुधवार को कसम खाई कि उनका देश अपने दुश्मन देश के शासकों पर कोई दया नहीं दिखाएगा। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, "हमें आतंकवादी ज़ायोनी शासन को कड़ा जवाब देना चाहिए। हम ज़ायोनीवादियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।" ऐसेमें यदि ईरान का पतन हो गया तो सवाल यह है कि खामेनेई का उत्तराधिकारी कौन होगा?

ईरान में संभावित अगली सूची में ये हैं शीर्ष 5 दावेदार

  1. मोजतबा ख़ामेनेई: खामेनेई के दूसरे बेटे

मोजतबा खामेनेई अयातुल्ला अली खामेनेई के दूसरे बेटे हैं और संभवतः सबसे संभावित उत्तराधिकारी हैं। 1969 में जन्मे मोजतबा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) और ईरान के मौलवी प्रतिष्ठान से गहराई से जुड़े हुए हैं। मोजतबा वर्तमान में देश के प्रशासन में मजबूत प्रभाव वाले एक मध्यम श्रेणी के मौलवी हैं।

  1. अलीरेजा अराफी : खामेनेई के बेहद भरोसेमंद सहयोगी

अलीरेजा अराफी खामेनेई के बेहद भरोसेमंद सहयोगी हैं। अराफी कई अहम पदों पर हैं, जिनमें असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के उपाध्यक्ष, गार्जियन काउंसिल के सदस्य और क़ोम में शुक्रवार की नमाज़ के नेता शामिल हैं। ईरान की सत्ता संरचना के बारे में उनका ज्ञान और समझ काफी अच्छी है।

  1. अली असगर हेजाजी: राजनीतिक सुरक्षा मामलों की देखभाल करते हैं

अली असगर हेजाजी खामेनेई के कार्यालय में राजनीतिक सुरक्षा मामलों की देखभाल करते हैं। प्रशासन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाने जाने वाले, वे ईरान की खुफिया जानकारी के प्रबंधन की देखरेख करते रहे हैं और रक्षा और रणनीति के मामले में निर्णय लेने में एक अपूरणीय भूमिका निभाते हैं।

  1. मोहम्मद गोलपायेगानी: खामेनेई के कार्यालय में लंबे समय से चीफ ऑफ स्टाफ

मोहम्मद गोलपायेगानी लंबे समय से खामेनेई के कार्यालय में चीफ ऑफ स्टाफ के पद पर कार्यरत हैं और उनके सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक हैं। खामेनेई के बेहद भरोसेमंद माने जाने वाले गोलपायेगानी को ईरानी प्रशासनिक व्यवस्था के काम करने के तरीके की व्यापक जानकारी है।

  1. विशेषज्ञों की सभा कर सकती है एक नेतृत्व परिषद की नियुक्ति

ईरानी संविधान विशेषज्ञों की सभा को उत्तराधिकार की शक्ति देता है। वरिष्ठ मौलवियों का 88 सदस्यीय निकाय, जो हर आठ साल में चुना जाता है, उससे अपेक्षा की जाती है कि वह गुप्त रूप से विचार-विमर्श करेगा और एक सर्वोच्च नेता के बजाय एक नेतृत्व परिषद की नियुक्ति भी करेगा ।

Also Read
View All

अगली खबर