David Zini Israel counter-terrorism chief: इज़राइल ने पूर्व आईडीएफ मेजर जनरल डेविड ज़िनी को अपनी आतंकवाद-रोधी एजेंसी शिन बेट का नया प्रमुख नियुक्त किया है।
David Zini Israel counter-terrorism chief: इज़राइल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के नए प्रमुख के रूप में पूर्व मेजर जनरल डेविड ज़िनी (David Zini appointment) को नियुक्त किया गया है। यह फैसला ग्रोनिस समिति ने गुरुवार की रात मंजूर किया। डेविड ज़िनी (Israel counter-terrorism chief) इज़राइल रक्षा बल (IDF) के एक वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं और अब वे शिन बेट की जिम्मेदारी संभालेंगे। डेविड ज़िनी का नाम इज़राइल के सुरक्षा बलों में आतंकवाद से लड़ाई के लिए जाना जाता है। आईडीएफ में अपनी सेवाओं के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मिशनों का नेतृत्व किया है। उनकी नियुक्ति से उम्मीद है कि शिन बेट (Shin Bet new head) आतंकवाद विरोधी अभियानों को और भी प्रभावी बनाएगा और देश की सुरक्षा मजबूत करेगा।
शिन बेट से इज़राइल की सामान्य सुरक्षा सेवा भी कहा जाता है, देश के अंदर आतंकवाद को रोकने और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। यह एजेंसी देश की सुरक्षा के लिए गुप्त जानकारी जुटाती है और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए काम करती है। डेविड ज़िनी की नियुक्ति से शिन बेट को नई ताकत मिलेगी।
ग्रोनिस समिति वह संस्था है, जो इज़राइल में महत्वपूर्ण सुरक्षा पदों के लिए नियुक्तियां करती है। इस समिति ने डेविड ज़िनी को उनके अनुभव और काबिलियत को देखते हुए नए प्रमुख के रूप में चुना है। यह निर्णय इज़राइल की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
इस समय इज़राइल को कई तरह के आतंकी खतरे का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में एक अनुभवी और काबिल व्यक्ति का शिन बेट के प्रमुख बनना सुरक्षा एजेंसी के लिए लाभकारी साबित होगा। डेविड ज़िनी की अगुवाई में शिन बेट नए खतरे का समय रहते सामना कर सकेगा।
डेविड ज़िनी की नियुक्ति न केवल वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए है, बल्कि भविष्य में आने वाले खतरों से भी देश को सुरक्षित रखने की तैयारी है। उनकी रणनीतियाँ और अनुभव इज़राइल के आतंकवाद विरोधी अभियानों को और सफल बनाएंगे।
बहरहाल यह नियुक्ति इज़राइल की सुरक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव मानी जा रही है। शिन बेट के नए प्रमुख के रूप में डेविड ज़िनी की नियुक्ति से देश की आतंकवाद-रोधी गतिविधियों में मजबूती आएगी और नागरिकों की सुरक्षा बढ़ेगी।