Israel-Hamas War : इज़राइल-हमास युद्ध के चलते इज़राइल को फिलिस्तीन के खिलाफ अमरीका के सदन में बोलने का मौका मिलेगा। इज़राइली पीएम नेतन्याहू (Netanyahu) ने अमरीकी कांग्रेस की ओर से दोनों सदनों के समक्ष बोलने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
Israel-Hamas War : इज़राइल-हमास युद्ध के चलते इज़राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ( Benjamin Netanyahu) गाजा में चल रहे युद्ध पर अमरीकी संसद में खुल कर बोलेंगे। इज़राइल (Israel) के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की कि वह अमरीका में कानून बनाने वाली संस्था के दोनों सदनों की संयुक्त सुनवाई में बोलने के लिए अमरीका की कांग्रेस (Chambers of US Congress) के नेताओं के निमंत्रण को स्वीकार करते हैं।
ध्यान रहे कि यूरोपियन यूनियन, संयुक्त राष्ट्र, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, अरब देशों की ओर से युद्ध न करने के लिए कहने के बावजूद इज़राइल ने फिलिस्तीन ( Palestine) और गाजा पर हमले करना बंद नहीं किया है। यहां तक कि मध्यस्थ देशों मिस्र, कतर और अमरका की ओर से सुझाए गए सीज फायर के फार्मूले पर भी इज़राइल ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
नेतन्याहू ने कहा, ''मैं कांग्रेस के दोनों सदनों में इज़राइल का प्रतिनिधित्व करने और अमरीका के लोगों और पूरी दुनिया के प्रतिनिधियों को हमारी मौत की इच्छा रखने वालों के खिलाफ हमारे ( Israel) निष्पक्ष युद्ध के बारे में बताने का अवसर पाकर खुश हूं।''
नेतन्याहू चौथी बार अमरीकी कांग्रेस के दोनों सदनों के सामने बोलने वाले पहले विश्व नेता बनेंगे। भाषण अगले आठ हफ्तों में या कांग्रेस के अगस्त के अवकाश के बाद होने की उम्मीद है। इससे पहले, नेतन्याहू ने 1996, 2011 और 2015 में अमरीकी सांसदों के सामने बात की थी कि फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले कई अमरीकी सांसद इज़राइल के प्रधानमंत्री का बहिष्कार कर सकते हैं।
गौरतलब है कि अब तक दुनिया के 146 देश फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता दे चुके हैं। वहीं पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर #AllEyesOnRafah मुहिम चलने के कारण इज़राइल दुनिया भर के लोगों के निशाने पर आ गया था। अमरीका की कांग्रेस के नेताओं के निमंत्रण के बहाने इज़राइल को अमरीका की संसद में फिलिस्तीन के खिलाफ बोलने का मौका मिल रहा है।