Hassan Nasrallah: हिजबुल्लाह चीफ और ईरानी राष्ट्रपति अल खामनेई के अजीज़ और सबसे करीबी हसन नसरल्लाह की मौत से पूरी दुनिया में हलचल मची हुई है। हर कोई जानना चाह रहा था कि आखिर इजरायल ने नसरल्लाह को मारा कैसे, तो इसका खुलासा खुद अब इजरायल ने कर दिया है।
Hassan Nasrallah: हसन नसरल्लाह को कैसे मारा, इजरायल ने किया प्लान का खुलासा मिडिल ईस्ट इस वक्त बेहद तनाव भरे दौर से गुजर रहा है। जानकारों ने तो इसे तीसरे विश्व युद्ध (World War III) की आहट तक करार दिया है। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अब लेबनान (Lebanon) में इजरायल घुसकर हमला करने की तैयारी कर रहा है, तो वहीं ईरान इजरायल (Iran Israel War) से युद्ध के विचार में है। इसी बीच इजरायल ने एक बड़ा खुलासा किया है, जो हसन नसरल्लाह की मौत से जुड़ा हुआ है। इजरायल ने बताया है कि उसने हसन नसरल्लाह को कैसे मारा।
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल डिफेंस फोर्स यानी IDF ने शुक्रवार को बेरूत में हिजबुल्लाह आतंकी प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या को अंजाम देने के लिए इजराइली वायु सेना के 69वें स्क्वाड्रन के F-15 I लड़ाकू विमानों को हेत्जेरिम एयरबेस से उड़ान भरते हुए तस्वीरें जारी की हैं। सेना के मुताबिक हमले में बेरूत के दहियाह उपनगर में हिजबुल्लाह के भूमिगत मुख्यालय पर लड़ाकू विमानों ने दर्जनों बंकर-विस्फोट बम गिराए।
रिपोर्ट के अनुसार मिशन में शामिल 8-8 F-15I जेट कम से कम 15 2,000 पाउंड के हथियारों से लैस थे, जिसमें एक अमेरिका का बना हुआ सटीक मार्गदर्शन सिस्टम था जो बमों से जुड़ी होती है।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह ने एक योजना बनाई थी कि हिजबुल्लाह इजरायल का मुकाबला कैसे करेगा। ये योजना इज़राइल के खिलाफ संघर्ष में हमास का समर्थन करते हुए एक पूर्ण युद्ध से बचने को थी, जो लेबनान को घेर सकता था। क्योंकि उसने एक गुप्त स्थान से अपना वीडियो रिकॉर्ड कर के कहा था कि लेबनान में कुछ लोग कहते हैं कि वो जोखिम ले रहे हैं। लेकिन ये जोखिम आगे अच्छे नतीजे देगा, लेकिन ये योजना काम करती, उससे पहले ही इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया।
वहीं इजरायल को लेकर ईरान ने साफ-साफ कह दिया है कि वो इजरायल का सामना करेगा। ईरान की स्टेट मीडिया IRNA की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या पर टिप्पणी में ईरान के संसद अध्यक्ष मोहम्मद बाक़र क़ालिबाफ़ का कहना है कि ईरान जिसे "प्रतिरोधक समूह" कहता है, वो तेहरान की मदद से इज़राइल का सामना करना जारी रखेगा।