Hamas New Leader: हमास लीडर हानिया बीते मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान आया था। तभी इजरायल ने उसे मारने की योजना बना ली और उसे अंजाम भी दे दिया।
Hamas New Leader: इजरायल ने हमास के चीफ इस्माइल हानिया को खत्म कर दिया है जिससे हमास समेत ईरान में घमासान मचा हुआ है। तिलमिलाए ईरान ने अब इजरायल पर हमला करने का ऐलान कर दिया है। इसी बीच खबर आई है कि हमास का नया लीडर भी चुन लिया गया है। ये नया लीडर ईरान का सबसे विश्वसनीय शख्स है। इस संभावित नए लीडर का नाम खालिद मेशाल (Khaled Meshaal) है। खालिद को भी इजरायल ने जान से मारने की कोशिश की है।
खालिद मेशाल (Khaled Meshaal) का नाम दुनिया ने तब जाना जब 1997 में इजरायली एजेंट्स ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में मेशाल के कार्यालय के बाहर ही बीच सड़क पर उन्हें मारने की कोशिश की थी। एजेंट्स ने मेशाल को जहर का इंजेक्शन लगाया था। हालांकि मेशाल की जान बच गई थी। मेशाल की हत्या की कोशिश की खबर से जॉर्डन के राजा हुसैन इतने नाराज हो गए थे कि उन्होंने मेशाल को मारने वाले लोगों को फांसी की सजा दे दी थी और इजरायल के साथ जॉर्डन की शांति संधि को खत्म करने का ऐलान कर दिया था।
अब कई अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि अब मेशाल को ही हमास का नया लीडर बनाया जा रहा है। उसने ईरान के साथ मिलकल इजरायल पर हमले की तैयारी भी करना शुरु कर दिया है। दरअसल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या का बदला लेने के लिए इजरायल पर सीधे हमला करने का आदेश दिया है। खामेनेई ने बुधवार को ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग में यह आदेश दिया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 3 अधिकारियों में से 2 ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के सदस्य हैं। इससे पहले, खामेनेई ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक संदेश में कहा कि इजरायल ने अपने लिए कठोर सजा के लिए जमीन तैयार कर ली है।
बता दें कि हमास लीडर हानिया बीते मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान आया था। तभी इजरायल ने उसे मारने की योजना बना ली और उसे अंजाम भी दे दिया। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में हानिया की मौत पर बयान दिय़ा और उसे एक शहादत बताया। साथ ही कहा था कि ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा, सम्मान और गौरव की रक्षा करेगा और इजरायल को इस कायरता वाले कदम के लिए अंजाम भुगतना पड़ेगा।