
After Hamas, Israel will now attack Hezbollah
Israel-Hezbollah Conflict: इजरायल और ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के बीच पूर्ण युद्ध की गहराती आशंकाओं के बीच कुवैत ने अपने नागरिकों को लेबनान (Lobnon) से निकालने के लिए पहला विमान रवाना कर दिया है। इससे एक दिन पहले ही कुवैत ने सुरक्षा स्थिति के कारण अपने नागरिकों को लेबनान छोड़ने और लेबनान जाने से परहेज करने के लिए कहा था। कुवैत (Kuwait) की राष्ट्रीय विमान सेवा कुवैत एयरवेज की ओर से कहा गया है कि आने वाले दिनों में वह लेबनान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए बेरुत के लिए कई उड़ानों का संचालन करेगा। क्षेत्र में बढ़ते तनाव के मद्देनजर, कनाडा ने भी लेबनान से अपने 45,000 नागरिकों को निकालने की तैयारी में है।
इजरायल (Israel) के विदेश मंत्री इज़राइल कैट्ज और कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के बीच इस बारे में चर्चा के बाद कनाडा ने अपने नागरिकों की अब तक की सबसे बड़ी निकासी की तैयारी के लिए पहले ही इस क्षेत्र में सैन्य बल भेज दिए हैं। क्षेत्र में बिगड़ते सुरक्षा हालातों के बीच (Israel-Hezbollah Conflict) कई देशों के राजनयिकों के पहले ही लेबनान छोड़ कर जाने की खबरें हैं। वहीं, हिजबुल्लाह (Hezbollah) ने रविवार को भी उत्तरी इजरायल में ड्रोन और रॉकेटों से हमले किए, जिनमें एक इजरायली सैनिक के घायल होने की खबर है। गौरतलब है कि हमास और इजरायल में युद्ध के बीच हिजबुल्लाह लगातार हमास के समर्थन में उत्तरी इजरायल में हमले करता रहा है, जिसके कारण उत्तरी इजरायल में अब भी 60 हजार से अधिक लोग विस्थापित हैं। हिजबुल्लाह ने कहा है कि जब तक गाजा में युद्ध विराम नहीं हो जाता, तब तक वह नहीं रुकेगा।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने चेतावनी दी थी कि दोनों पक्षों में किसी की ओर से भी एक छोटी सी भी गलती के चलते लेबनान में एक और गाजा के हालात पैदा हो सकते हैं। इसके बाद शुरू हुआ युद्ध सिर्फ इजरायल (Israel) और लेबनान की सीमाओं के बीच नहीं रहेगा। इस तरह के एक और युद्ध को दुनिया बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। अमरीकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने भी शनिवार को चेतावनी दी थी कि हिजबुल्लाह से पूर्ण युद्ध के बारे में इजरायल बेहद गंभीर है।
गाजा युद्ध के अगले चरण और लेबनान के साथ सीमा पर बढ़ती शत्रुता पर चर्चा के लिए इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट रविवार को वाशिंगटन रवाना हो गए। जहां हिजबुल्लाह के साथ गोलीबारी ने व्यापक संघर्ष की आशंकाओं को जन्म दिया है। गैलेंट ने वाशिंगटन रवाना होने से पहले एक बयान में कहा, हम गाजा, लेबनान और अन्य क्षेत्रों में किसी भी आवश्यक कार्रवाई के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन में अमरीका रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से उनकी मुलाकात युद्ध का भविष्य तय करेगी। माना जा रहा है कि गैलेंट की इस यात्रा का मुख्य मकसद अमरीका से बड़े हेवी ड्यूटी बम और हथियारों का शिपमेंट हासिल करना है, जिसे अमरीका ने रोका हुआ है।
लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने छोटे से धमकी दी है कि यदि यूरोपीय देश साइप्रस अपने हवाई अड्डों और ठिकानों को इजरायली बलों के लिए खोल देता है, तो वह भी इस युद्ध का हिस्सा होगा और वह यूरोपीय द्वीप साइप्रस को निशाना बनाएंगे। नसरल्लाह ने टेलीविज़न पर दिए संबोधन में कहा, कि 'पूर्ण युद्ध' की घड़ी 'बहुत करीब आ रही है।' यह पहली बार है जब हिजबुल्लाह नेता ने साइप्रस को धमकी दी है। साइप्रस यूरोपीय संघ का सदस्य है और भूमध्य सागर में लेबनान से लगभग 200 किलोमीटर दूर है। साइप्रस ने 2014 से लेकर पिछले वर्ष तक इजरायल के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास किया है।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच पूर्ण युद्ध शुरू होने की स्थिति में ईरान समर्थित हजारों लड़ाके और समूह हिजबुल्लाह का साथ देने के लिए लेबनान पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं, दोनों में युद्ध होने पर ईरान का इसमें अधिक खुलकर शामिल होना तय है। वहीं, हिजुबल्लाह से युद्ध के हालात में अमरीका की ओर से इजरायल की हर संभव मदद की बात कही गई है।
लेबनान पर 1978 में इजरायली हमले के बाद इजरायल के कब्जे को हटाने के लिए लेबनान के मौलवियों ने ईरान की इस्लामिक क्रांति से प्रेरणा लेकर एक संगठन हिजबुल्लाह (अल्लाह की पार्टी) का गठन किया था। इसके गठन, नामकरण से लेकर प्रशिक्षण और हथियार आपूर्ति तक में ईरान खुले तौर पर हिजबुल्लाह की मदद करते आया है। दक्षिण लेबनान के शिया समुदायों के समर्थन से सशस्त्र सैन्य संगठन के रूप में शुरू हुए इस संगठन ने अब लेबनान में एक बेहद मजबूत राजनीतिक हैसियत कर ली है।
Published on:
24 Jun 2024 12:11 pm
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